पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : बहादुरपुर ऐतिहासिक बौद्ध मठ के परिसर में सामुदायिक केंद्र, लाइब्रेरी, बाउंड्री वॉल निर्माण एवं सौंदर्यीकरण के लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने 7 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। चुनाव आचार संहिता हटने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
शुक्रवार को बौद्ध मठ के मठाधीश लाग महानायक महाथेरा ने बौद्ध मठ पर आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि चीनी यात्री ह्वेन त्सांग ने अपनी यात्रा में गोविसाण और उसके आसपास के बौद्ध मठों के बारे में विस्तार में लिखा है। ह्वेन त्सांग ने अपनी यात्रा विवरण में कई बौद्ध स्तूपों का वर्णन किया है। बहादुरपुर बौद्ध मठ भी इसमें शामिल है। उन्होंने क्षेत्र के एक स्तूप में तथागत के बाल और नाखून रखे बताए गए हैं।
उन्होंने बताया कि गोविसाणन से 20 किमी दूर बहादुरपुर में ऐतिहासिक बौद्ध मठ क्षेत्र सम्राट हर्षवर्धन के अधीन था। यहां एक बड़ा मठ था। जिसमें हजारों छात्र देश-विदेश से शिक्षा ग्रहण करने आते थे। इस ऐतिहासिक बौद्ध मठ, बहादुरपुर में आज भी देश-विदेश के पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। भिक्षुओं द्वारा मठ निर्माण के समय कुछ ईंट पत्थर आदि निकले थे। जिनकी जांच अल्मोड़ा पुरातत्व विभाग ने जांच की थी। जांच रिपोर्ट में 16वीं सदी के अवशेष बताए गए थे।
केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने बहादुरपुर बौद्ध मठ परिसर में लाइब्रेरी, सामुदायिक केंद्र बाउंड्री वॉल निर्माण एवं सौंदर्यीकरण के लिए सात करोड रुपए करोड स्वीकृत किए हैं। चुनाव आचार संहिता के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। उन्होंने सरकार से बहादुरपुर बौद्ध मठ को भी बौद्ध सर्किट से जोड़ने की मांग की। उन्होंने कहा कि बौद्ध सर्किट से जोड़ने पर क्षेत्र का विकास होगा।