विकास अग्रवाल
महानाद डेस्क : एक कहावत है ‘एक अनार-सौ बीमार’। आजकल यह कहावत काशीपुर मेयर सीट के प्रत्याशियों पर लागू हो रही है। अटकलों का बाजार गर्म है। कांग्रेस हो या भाजपा या हो बसपा, ज्यादातर मेयर टिकट के अनेकों दावेदार अपने को मजबूत प्रत्याशी घोषित करने में जुटे हैं और आलाकमान को अपनी ताकत भी दिखा रहे हैं।
काशीपुर मेयर सीट पर अभी जो फाइट होती दिख रही है। वह पार्टियां हैं भाजपा और कांग्रेस।
भाजपा में जहां राम मेहरोत्रा और दीपक बाली टिकट की दौड़ में आगे दिख रहे हैं। वहीं व्यवसाई शक्ति अग्रवाल ने भी अपने को भाजपा सिपाही घोषित करते हुए दमदार ताल ठोंक दी है और एक पैम्फलेट के जरिये अपने उद्देश्य भी जाहिर कर दिये हैं। वहीं सूत्रों के अनुसार एक दावेदार को अपना टिकट पक्का दिखाई देने पर, उन्होंने अपना कार्यालय खोलने के लिए जगह भी तलाश कर ली है। उधर मुख्यमंत्री का करीबी होना दीपक बाली को टिकट मिलने की गांरटी हो सकता है।
वहीं कांग्रेस में टिकट की दौड़ में जो आगे दिख रहे हैं वह हैं संदीप सहगल और मुक्ता सिंह। लेकिन हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले अरुण चौहान भी टिकट के लिए सशक्त दावेदारी कर रहे हैं और टिकट मिलने पर जीत की नई इबारत लिखने की बात कर रहे हैं।
वहीं, आपको बता दें कि भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ही पार्टियां टिकट देने के मामले में सभी को चौंका सकती हैं। विधानसभा चुनावों में दोनों ही पार्टियां ऐसा कर चुकी है। जहां कांग्रेस ने सभी दावेदारों को दरकिनार कर अचानक से पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा के सुपुत्र नरेन्द्र चंद्र बाबा को टिकट दे दिया था वहीं, विधायक हरभजन सिंह चीमा के रिटायर होने की खबरों के बीच राम मेहरोत्रा की दावेदारी को दरकिनार कर हरभजन सिंह चीमा के सुपुत्र त्रिलोक सिंह चीमा को टिकट दे दिया था।
तो… इंतजार करें पार्टियों द्वारा अपने प्रत्याशी की घोषणा का और … तब तक लगाते रहें अटकलें…