कश्मीर (महानाद) : दशकों के बाद आज जन्माष्टमी के शुभअवसर पर कश्मीर में भगवान श्री कृष्ण की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस बार जन्माष्टमी पर मंदिरों का शहर जम्मू ही नहीं बल्कि कश्मीर भी कृष्णमय नजर आया।
कोरोना महामारी को लेकर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मंदिरों में श्रद्धालुओं के दर्शनों की व्यवस्था की गई थी। वहीं, श्रीनगर में कई सालों बाद कश्मीरी पंडितों ने जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान श्री कृष्ण की झांकी निकाली।
कश्मीर में आज हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल श्रीनगर की सड़कों पर देखने को मिली। कश्मीरी पंडितों ने श्रीनगर के हब्बा कदल में स्थित कत्लेश्वर मंदिर से लाल चौक तक भगवान कृष्ण की शोभायात्रा निकाली। शासन ने भी शोभायात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी।
शोभायात्रा में भगवान श्री कृष्ण की फूलों से सजी झांकी निकाली गई। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी इस यात्रा में जम कर हिस्सा लिया। इस यात्रा में कश्मीरी पंडित समुदाय की महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ के भाग लिया तथा भगवान श्री कृष्ण के भक्ति संगीत पर कश्मीरी रिवायती नृत्य भी किया गया। हाथों में ढोलक और घंटियां लिए भगवान श्री कृष्ण के सैकड़ों भक्तों ने भजन गाते हुए शोभा यात्रा में भाग लिया। यात्रा श्रीनगर शहर के मुख्य मोहल्लों से होते हुए लाल चौक पहुंची।
इस मौके पर कश्मीरी पंडितों ने बताया कि यह यात्रा पहले भी निकाली जाती थी पर पिछले कुछ सालों में खराब हालात और फिर कोरोना संक्रमण के चलते झांकी नहीं निकाली जा सकी।