बरसात के कारण तालाब में खड़े भीग रहे हैं रावण परिवार के पुतले
पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : नगर क्षेत्र के समीपवर्ती ग्राम हल्दुआ साहू में इस बार ग्रामवासियों को लगातार बरसात होने के कारण दशहरा पर्व एवं रावण के पुतले का दहन करने का अवसर नहीं मिल सका।
बता दें कि देश की आजादी के बाद देश में हुए बंटवारे के बाद पाकिस्तान से आए कुछ पंजाबी समाज के लोग ग्राम हल्दुआ साहू में आकर बस गए थे। तभी से सभी ग्रामवासी पृथक तरीके से गांव में रामलीला का आयोजन करते आ रहे हैं। ग्रामवासियों ने गांव के निवासियों की ही रामलीला कमेटी गठित की है। बाहर से कलाकारों को नहीं बुलाया जाता तथा रामलीला का स्वयं ही कलाकार के रूप में मंचन किया जाता है। सभी ग्रामवासी अपनी अपनी इच्छा अनुसार रामलीला में पाठ करते हैं। रामलीला के अंत में रावण के वध के बाद रावण का उसके परिवार सहित पुतलों का दहन दशहरा पर्व के अगले दिन विधि विधान के साथ किया जाता हैं।
आसपास के गांव वाले भी दशहरा पर्व मनाने हल्दुआ साहू गांव में आते हैं और बहुत धूमधाम से दशहरा पर्व मनाते चले आ रहे हैं। लेकिन इस बार विडंबना यह रही कि लगातार दो दिन से हो रही बरसात ने ग्रामीणों को दशहरे का पर्व मनाने नहीं दिया। अलबत्ता प्राइमरी स्कूल परिसर में खड़े रावण एवं उसके परिवार के पुतलों पर पानी की मार पड़ गई। पुतलों के नीचे चबूतरा एवं ऊपर छत न होने के कारण कई फीट गहरे पानी में रावण परिवार के पुतले खड़े हैं। गांव वालों में एक उदासी सी छाई हुई है। ग्रामीण बरसात रुकने का इंतजार कर रहे हैं। जिससे पूर्वजों द्वारा चली आ रही परंपरा को विधि विधान से संपूर्ण कर सकें।
ग्राम हल्दुआ साहू रामलीला कमेटी के अध्यक्ष राजकुमार बाठला ने बताया कि बरसात रुकने के वाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।