गोविंद शर्मा
देवबंद (महानाद) : 21 अक्टूबर को आत्मनिर्भर भारत निर्माण संकल्प दिवस के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वतन्त्रता दिवस के रूप में मनाया जाये।
यह मांग समाजिक कार्यकर्ता राव मुशर्रफ अली ने करते हुए कहा कि 21 अक्टूबर भारतवासियों के लिए अति महत्वपूर्ण व असली आजादी का दिवस है। उन्होंने कहा कि 21 अक्टूबर को भारत माता के सच्चे सपूत नेताजी ने भारत की प्रान्तीय सरकार की घोषणा की थी। नेताजी सुभाष बोस का आत्मनिर्भर भारत (जिसका क्षेत्रफल 83 लाख वर्ग किलोमीटर है) का सपना था जो पूर्ण हो चुका है।
राव मुशर्रफ ने कहा कि सच्चे अर्थों में हमें उधार की आजादी के स्थान पर अपनी निजी स्वाधीनता प्राप्त हो और हम अपने प्रेसिडेंट भवन में स्थापित ब्रिटिश शासन के राजचिन्ह के स्थान पर भारतीय राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र की लाट स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि अतः हम सभी को आने वाले 21 अक्टूबर से मिशनरी भावना के साथ इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए तिरंगा लहराकर सलामी देते हुए राष्ट्रीय स्वतंत्रता दिवस मनाना चाहिए ताकि हमें सच्चे अर्थ वाली आजादी मिल सके।
राव ने कहा कि ब्रिटेन सहित अन्य किसी भी बाहृय देश का हमारे कार्यों में कोई भी हस्तक्षेप न होकर हम स्वयं अपने देश के आर्थिक व सामाजिक एवं सुरक्षा के निर्णय लेने में सामर्थ्यवान बन सकें। उन्होंने कहा कि यही नेताजी सुभाषचन्द्र बोस सहित सभी क्रान्तिकारियों को भारतीयों को और से सच्ची श्रद्धांजलि होगी।