गोविन्द शर्मा
देवबंद (महानाद) : हिन्दुओं का पवित्र त्यौहार करवाचौथ धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर बाजारों में महिलाओं की भारी भीड़ है।
करवाचौथ के इस पवित्र त्यौहार का हिन्दू समाज में बड़ा महत्व है। वैसे तो सभी त्यौहार अपना महत्व रखते हैं मगर हिन्दू सनातन धर्म में प्रत्येक त्यौहार मनाने के पीछे कुछ ना कुछ तर्क अवश्य है। आज का त्यौहार करवाचौथ पति-पत्नी के अटूट प्रेम का प्रतीक है। इस दिन सभी शादी शुदा महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र तथा उनका स्नेह बना रहे, इस लिए व्रत रखती है। इस व्रत का शुभारम्भ सूर्य निकलने से प्रारम्भ होकर रात्रि में चन्द्रमा के निकलने तक रहता है।
इस दिन सभी सुहागन महिलाएं खूब सज संवर कर चांद निकलने पर आटा छानने वाली छलनी में दिया जलाकर रख चांद को देखती है। इसके बाद अपने सास-ससुर या बडों के पैर छूकर तथा उनकों भोजन खिलाकर सदा सुहागन का आशीर्वाद प्राप्त करती है। उल्लेखनीय है कि इसी प्रकार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की याद ताजा रखने के लिए रक्षाबंधन और भैय्या दोज का त्यौहार मनाया जाता है ।