मधुबनी (महानाद) : एक थानाध्यक्ष व एएसआई को जज के चेंबर में घुसकर धमकाने तथा पिस्तौल तानने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
बिहार के मधुबनी झंझारपुर में एडीजे अविनाश कुमार प्रथम ने झंझारपुर थाने में एफआईआर दर्ज करवाते हुए बताया कि घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण जबरन उनके चैंबर में घुस आए और ऊंची आवाज में बोलने लगे और उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगे। इसी बीच एएसआई अभिमन्यु कुमार भी चेंबर में आ गए और मेरे ऊपर पिस्टल तानकर बोले कि मेरे साहब को नोटिस भेजकर कोर्ट में बुलवाते हो। आज मैं बताता हूं। आज मैं औकात दिखा दूंगा। मेरा यही अंदाज है।’ एडीजे ने बताया कि बाहर खड़े लेागों ने अंदर आकर मुझे बचाया। इस दौरान कई लोग घायल भी हो गए।
एडीजे ने अपने बयान में बताया कि एक महिला ने थानाध्यक्ष पर प्रताड़ना और झूठा मुकदमा दर्ज करने की शिकायत की थी। थानाध्यक्ष को 16 नवंबर को बुलाया गया था लेकिन वे 18 नवंबर को 2 बजे आए। पुलिस ने दोनों आरोपी पुलिस अधिकारियों की पिस्टल और मोबाइल जब्त कर गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष की पिस्टल में पांच गोलियां तथा एएसआई की पिस्टल से भी पांच गोलियां जब्त की गई हैं।
वहीं, हाईकोर्ट ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए विशेष सुनवाई के लिए 29 नवंबर की तारीख तय की है। मधुबनी सिविल कोर्ट के एडीजे अविनाश कुमार प्रथम के साथ हुई मारपीट पर मधुबनी के जिला जज की ओर से भेजी गई रिपोर्ट पर खंडपीठ ने सुनवाई की। न्यायमूर्ति राजन गुप्ता तथा न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह की खंडपीठ ने बृहस्पतिवार शाम साढ़े सात बजे सुनवाई की। इसके बाद राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी, गृह विभाग के प्रधान सचिव तथा मधुबनी के एसपी को नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने डीजीपी के चार्ज में एडीजी हेड क्वार्टर कोभी मामले की सुनवाई के समय अदालत में उपस्थित रहने का आदेश दिया है।
वहीं, मधुबनी के पुलिस अधीक्षक डॉ.सत्य प्रकाश ने बताया कि दोनों पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।