छात्र-छात्राओं ने 30% इंटरमीडिएट अंकों के आधार पर रिजल्ट मिलने पर जताया एबीवीपी का आभार

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : बीए, बीएससी तथा बीकॉम प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को परीक्षाफल में इंटर की परसेंटेज के आधार पर 30 प्रतिशत अंक मिलने का नियम लागू होने पर छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर छा गई है।

बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं द्वारा कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति का घेराव किया गया तथा विद्यार्थी परिषद द्वारा 1 अक्टूबर 2021 को यूनिवर्सिटी जाकर 4 अक्टूबर से होने वाली परीक्षाओं को आगे बढ़ाने की मांग की गई थी। साथ ही परीक्षा का माध्यम चेंज करके परीक्षा कराने को कहा था। उसके उपरांत यूनिवर्सिटी ने छात्रों के हित में देखते हुए विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया था की छात्रों को इंटरमीडिएट के अंक के आधार पर सभी छात्रों छात्राओं को 30 प्रतिशत के आधार पर यूनिवर्सिटी द्वारा अंक प्रदान किए जाएंगे।

यूनिवर्सिटी ने कहा था की छात्र-छात्राओं को 100 अंकों में से 70 अंको के आधार पर परीक्षा देनी होगी। इसी आधार पर सभी छात्र-छात्राओं ने अपनी परीक्षाओं को संपन्न किया था। कुमाऊं यूनिवर्सिटी द्वारा कुछ समय पूर्व ही बीकॉम प्रथम वर्ष का परीक्षाफल घोषित करने के उपरांत परीक्षा नियंत्रक अपनी बातों पर कायम नही रहे जिसके परिणामस्वरूप छात्र-छात्राएं फेल हो गये। जिस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा घेराव कर कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक के द्वारा किए गए वादे को याद दिलाते हुए प्रदर्शन किया गया। जिस पर तत्काल प्रभाव से यूनिवर्सिटी के कुलपति द्वारा प्रत्येक महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं के हित के लिए 30 प्रतिशत का यूनिवर्सिटी से महाविद्यालय में आधिकारिक पत्र भेजा गया।

जिला संयोजक करन भारद्वाज ने बताया कि कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों की ना तो सुचारू रूप से कक्षाएं संचालित हुई और ना ही वह किसी प्रकार के कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर पाया। इसी को देखते हुए विद्यार्थी परिषद ने प्रथम पंक्ति में खड़े होकर छात्र हित में कुमाऊं यूनिवर्सिटी के महाविद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्र छात्राओं के भविष्य को देखते हुए फेल हुए छात्र छात्रों का भविष्य खराब ना हो इसलिए आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा यूनिवर्सिटी जाकर 30प्रतिशत अंक दिये जाने की व्यवस्था को बहाल कराया गया।

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