काशीपुर की विधायक बनी मीनू गुप्ता तो लोकल स्तर पर रोजगार सृजन पर रहेगा फोकस

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : प्रदेश में चुनावी समर शुरु हो चुका है। चुनाव आयोग किसी भी समय आचार संहित का एलान कर सकता है। ऐसे में ‘महानाद’ ने कांग्रेस के टिकट पर मजबूत दावेदारी पेश करती पिछले 32 सालों से कांग्रेस की सेवा करती आ रही 2019-20 में प्रदेश के सर्वोच्च स्त्री शक्ति सम्मान तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित तथा महिलाओं में मीनू दीदी के नाम से प्रसिद्ध मीनू गुप्ता से काशीपुर के विकास को लेकर खास बातचीत की।

मीनू गुप्ता ने बताया कि उनका परिवार जन्म से ही कांग्रेसी है। वे पिछले 32 वर्षों से पार्टी में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए पार्टी की सेवा करती चली आ रही हैं। उन्होंने 2022 विधानसभा चुनावों में काशीपुर सीट से कांग्रेस के टिकट के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है। मीनू गुप्ता ने बताया कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विकास पुरुष स्व. नारायण दत्त तिवारी ने काशीपुर के विकास के लिए बहुत से कार्य किये। यहां औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की जिस कारण भाजपा सरकार की उपेक्षा के बावजूद काशीपुर आज भी अपने पैरों पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि 20 साल से काशीपुर सीट पर काबिज भाजपा विधायक ने काशीपुर के विकास में कोई भूमिका अदा नहीं की है।

मीनू गुप्ता ने कहा कि कि यदि पार्टी उन पर विश्वास जताते हुए उन्हें काशीपुर सीट से कांगेस का उम्मीदवार बनाती है और जनता उन्हें जीत का आशीर्वाद देती है तो उनका मुख्य फोकस काशीपुर क्षेत्र में रोजगार सृजन करने पर रहेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में काशीपुर में एक शुगर मिल तथा एक सूत मिल थी जो स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण बंद हो गई। जिस कारण जहां यहां के लोग बेरोजगार हुए वहीं शहर के आर्थिक तंत्र पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ा।

उन्होंने कहा कि यदि वे काशीपुर की विधायक बनती हैं तो वे काशीपुर में शुगर मिल की दोबारा से स्थापना करवायेंगी तथा बंद पड़ी सूत मिल में औद्यागिक गतिविधियों को स्थापित कर फिर से स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाने का कार्य करेंगी। उन्होंने बताया कि वे अपने एनजीओ जनकल्याण चेतना मंच समिति के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही हैं। यदि वे विधायक बनती हैं तो महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनवाकर तथा उन्हें रोजगार का प्रशिक्षण देकर सरकारी योजनाओं के तहत ऋण उपलब्ध करवाकर आत्मनिर्भर बनाने का कार्य करेंगी।

गुप्ता ने कहा कि जैसे-जैसे शहर की आबादी बढ़ी है वैसे-वैसे शिक्षण संस्थाओं का विकास नहीं हो पाया है। छात्रों को डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेजों में एडमिशन मिलना मुश्किल हो गया है। यदि वे काशीपुर की विधायक बनी तो लड़कियों के लिए एक इंटर कॉलेज तथा गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज में छात्रों के एडमिशन के लिए पर्याप्त सीटें और उन्हें पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षकांे की व्यवस्था करेंगी। वे शहर मंे राजकीय इंजीनीयरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज स्थापना के प्रयास करेंगी।

मीनू गुप्ता ने कहा कि इतना बड़ा शहर होने के बावजूद लोगों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। निजी अस्पतालों में इलाज महंगा होने के कारण लोग अपना इलाज नहीं कर पाते। वहीं सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों, इलाज के लिए आवश्यक उपकरण न होने के कारण गरीब लोगों को अपना इलाज करवाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगों को सरकारी अस्पताल से पर्याप्त दवाईयां नहीं मिल पाती हैं। ऐसेे में यदि वे काशीपुर की विधायक बनती हैं तो काशीपुर के सरकारी अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनवाने तथा यहां पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकों, दवाईयों और मेडिकल उपकरणों की उपलब्धता करवायेंगी।

वहीं, मीनू गुप्ता ने कहा कि जब महाराणा प्रताप चौक पर रेल ओवर ब्रिज बनने की घोषणा हुई तो स्थानीय विधायक ने इसका श्रेय लिया लेकिन अब 5 साल बीत जाने के बावजूद इसका निर्माण नहीं हो पाया है तो वे चुपचाप बैठे हैं। लगभग 5 साल में आधे ओवर ब्रिज का निर्माण हो पाया है। इस निर्माण कार्य के कारण वहां के दुकानदारों का व्यापार चौपट हो गया है। आये दिन वहां हादसे होते रहते हैं। और अभी तक लोगों को जाम की समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि यदि वे विधायक बनती हैं तो इस प्रकार के कार्यों के लिए व्यक्तियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी और कार्य के समय से पूरा न होने पर संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

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