देहरादून (महानाद) : यूक्रेन से वापस लौटी सिद्दि तोपवाल का उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने बुके देकर और माल्यार्पण करके स्वागत किया।
सिद्दि तोपवाल के घर लौटने पर उत्तराखंड क्रांति दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल के नेतृत्व में सिद्दि तोपवाल के घर गए और उनकी कुशलक्षेम पूछी तथा भविष्य की योजनाओं को लेकर विचार विमर्श किया। सिद्दि तोपवाल एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गई थी और यह उनका प्रथम वर्ष था। युद्ध छिड़ने के बाद उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वापसी के दौरान करीब 25 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा तो कहीं 10-12 घंटे तक लगातार लाइन में लगे रहना पड़ा।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि उत्तराखंड में भी एमबीबीएस की पढ़ाई लगभग सवा करोड़ में होती है जबकि यूक्रेन जैसे देशों में 25 लाख रुपए में एमबीबीएस की पढ़ाई कराई जा रही है। खाने और रहने की व्यवस्था भी इसी बजट में हो जाती है।
वहीं, सिद्दि तोपवाल ने बताया कि पोलैंड तथा अन्य देशों ने यूक्रेन में पढ़ रहे छात्रों से उसी खर्चे पर अपने देश में पढ़ाने की पेशकश की है। लेकिन वह अब भारत में रहकर ही पढ़ने पर विचार कर रही हैं।
सिद्धि के पिता पदम सिंह तोपवाल ने बताया कि फिलहाल वे युद्ध समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं और उसके बाद की परिस्थितियों पर विचार करने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे।
यूकेडी के केंद्रीय सचिव केंद्र पाल सिंह तोपवाल ने बताया कि मुलाकात के दौरान यूक्रेन के ताजा हालात और भारत पर पड़ने वाले उसके दूरगामी परिणामों को लेकर चर्चा की गई ।
इस दौरान उत्तराखंड क्रांति दल के यूकेडी के जिलाध्यक्ष संजय डोभाल, मेहरबान सिंह तोपवाल, युवा मोर्चा की जिलाध्यक्ष सीमा रावत आदि पदाधिकारी शामिल थे।