देहरादून (महानाद) : उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धांमी के निर्देशों पर मंत्री भी एक्शन में जुट गए है। मंत्री जोशी ट्रांसफर पोस्टिंग की आड़ में होने वाले सबसे बड़े खेल पर जहां सख्ती कर रहे है तो वहीं आदेश न मानने वाले अधिकारियों पर भी हंटर चला रहे है। इसी कड़ी में कार्रवाई करते हुए अब मंत्री गणेश जोशी ने रेशम निरीक्षक के पद पर तैनात सुभाष चंडरियाल को निलंबित कर दिया है। मंत्री की सख्ती से विभाग में हड़कंप में मचा हुआ है। जबकि अधिकारियों में खलबली मची हुई है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार बीती 20 जनवरी को रेशम निरीक्षक के पद पर तैनात सुभाष चंडरियाल का ट्रांसफर राजकीय रेशम फार्म नयागांव से राजकीय रेशम फार्म मुवानी जनपद पिथौरागढ़ किया गया था, लेकिन सुभाष चंडरियाल अप्रैल में भी अपना कार्यभार ग्रहण नहीं किया था। इसीलिए सुभाष चंडरियाल पर 11 अप्रैल को उच्च अधिकारियों के आदेशों का अनुपालन न करने और हठधर्मिता के चलते निलंबन की कार्रवाई की गई है, जिसका आदेश रेशम निदेशालय से जारी कर दिया है। आदेश में साफ लिखा गया है कि निलंबन के दौरान सुभाष डंडरियाल को केवल जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि यानी आधा वेतन दिया जाएगा। आधा वेतन भी तभी दिया जायेगा जब सुभाष डंडरियाल को यह प्रमाण पत्र प्रस्तुत करेगें कि वह किसी अन्य सेवायोजन व्यापार वृत्ति व्यवसाय में नहीं लगे है।
गौरतलब है कि कृषि मंत्री गणेश जोशी ने हाल में हुई विभागीय बैठक में साफ कर दिया था कि अफसरशाही में फैली हठधर्मिता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इसको लेकर वे सख्त कदम उठाएंगे। साथ ही एक कार्यक्रम में उन्होंने अधिकारियों के अटैचमेंट कल्चर पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी और कहा था कि हर कोई देहरादून में काम करना चाहता है। बस, लेकिन ये कल्चर उनके विभाग में नहीं चलेगा। इसके बाद उन्होंने बड़ा कदम उठाते हुए एक झटके में 200 करीब अधिकारियों का अटैचमेंट निरस्त कर दिया।