आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : उत्तराखंड सरकार में राज्यमंत्री तथा राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्षा सायरा बानो ने सोमवार को एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय पहुंचीं में छापा मारा और प्रसव कक्ष, महिला और पुरुष वार्ड, अस्पताल के शौचालयों, दवा वितरण काउंटर, बर्न वार्ड, कैंटीन और ट्रॉमा सेंटर आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान महिला वार्ड में भर्ती महिला मरीजों ने खुलेआम प्रसव के नाम पर आशाओं के माध्यम से महिला डॉक्टर पर 5,000 रुपए ऐंठने का आरोप लगाया।
अस्पताल में भर्ती मुसव्वेहा पत्नी सलीम ने बताया कि वह मौ. कटोराताल में रहती है। उसका प्रसव विगत 21 फरवरी को सरकारी हॉस्पिटल में हुआ था। बड़े ऑपरेशन के बाद उसकी लगातार तीसरी पुत्री का जन्म हुआ था। उस दौरान उनके क्षेत्र की आशा दिलशाना के द्वारा बड़े ऑपरेशन के बहाने उससे 5000 रुपये महिला डॉ. शिवानी सिंघल दिलवाए गए। उसने बताया कि अभी 2 दिन से उल्टी आदि की शिकायत के बाद वह यहां भर्ती हुई है।
वहीं एक और महिला मरीज ने बताया कि अभी उसके परिजनों से पैसे नहीं दिए गए लेकिन ऑपरेशन के नाम पर 5,000 रुपये की डिमांड आशा जयवंती द्वारा की गई है।
उधर, राज्यमंत्री सायरा बानो ने बताया कि लेबर रूम का निरीक्षण करने के बाद वहां साफ सफाई एवं प्रसव के उपकरण बेहतर अवस्था में पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मरीजों से बातचीत के दौरान मरीज ने बताया कि सरकारी अस्पताल में सुविधाएं अच्छे तरीके से मिल रही है तो वहीे अस्पताल के शौचालय की स्थिति अच्छी है। खामियों के बारे में पूछे जाने पर सायरा बानो ने कहा कि महिला वार्ड में भर्ती महिला मरीज ने बताया कि राजकीय चिकित्सालय की चिकित्सक डॉक्टर आशाओं के माध्यम से एक प्रसव पर 5,000 रुपये सुविधा शुल्क लेती हैं। इस बारे में अस्पताल के उच्चाधिकारियों एवं डॉ. से भी बात की गई, उन्होंने आगे इस तरह की बात नहीं होने की बात कही है।
सायरा बानो ने मरीजों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिलने की बात करते हुए कहा कि कुछ मरीजो का कहना था कि आशाओं के द्वारा पैसा नहीं लिया जाता है तथा अच्छा कार्य किया जाता है तो कुछ मरीजों ने कहा कि मरीजों से पैसे आशाओं के माध्यम से लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने डॉक्टर से साफ कहा है कि वह मरीजों से सीधा संपर्क रखें जिससे कि आशाओं के माध्यम से न ठगे जाएं। उन्होंने कहा कि वे अपनी सारी रिपोर्ट सरकार को प्रेषित करेंगी।
वहीं इस बाबत डॉ. शिवानी सिंघल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्हें आज पहली बार यह पता चल रहा है कि आशाओं के द्वारा इस तरह का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह अब तक अपने काम में ही लगी रहती थीं लेकिन अब इस पर भी वह ध्यान रखेंगी क्योंकि मरीजों की सेवा करना उनका फर्ज है और वह अपना फर्ज अदा कर रही है और मेहनत कर रही है ऐसे में अगर इस तरह की बातें सुनने को मिलती है तो वह काफी गलत है।