देहरादून (महानाद) : ठेकेदार प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर उसकी मौत को संदिग्ध मृत्यु बनाकर पुलिस/मृतक के परिजनों को गुमराह करने वाली महिला को उसके प्रेमी के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
बता दें कि दिनांक 24.05.2022 को जितेन्द्र नेगी पुत्र भगवान सिंह नेगी निवासी खांड गांव, थाना रायवाला, देहरादून ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि विगत 10.05.2022 की रात्रि को उसके भाई दीपक (34 वर्ष) पुत्र भगवान सिंह नेगी निवासी खांड गांव, थाना रायवाला देहरादून की उसके घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई है। उसे शक है कि उसके भाई की हत्या उसकी भाभी अमिता व उसके प्रेमी सतेन्द्र नेगी (ठेकेदार) ने की है। जितेन्द्र नेगी की तहरीर के आधार पर थाना रायवाला में एफआई सं. 91/22 धारा 302 आईपीसी बनाम सतेन्द्र नेगी व अमिता के विरुद्ध दर्ज कर मामले की जांच स्वयं थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी थाना रायवाला ने शुरु की। पुलिस द्वारा पूर्व में दिनांक 11.05.2022 को मृतक दीपक के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही भी की गयी थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जितेन्द्र नेी द्वारा की गई शिकायत के संबंध में डीआईजी/एसएसपी देहरादून, एएसपी ग्रामीण व सीओ ऋषिकेश को अवगत कराया गया। जिस संबंध में उच्चाधिकारीगणों के आदेशानुसार थाना क्षेत्रांतर्गत हुए उपरोक्त मृत्यु/हत्या की जांच के संबंध में अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किया गया। उक्त सबंध में एसओजी देहात को अभियुक्तगणों के सीडीआर व घटना के समय की लोकेशन के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने हेतु अवगत कराया गया।
चूंकि दीपक की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियो में हुई थी, जिसमें पुलिस द्वारा पूर्व में ही दिनांक 11.05.2022 को दीपक के शव को पोस्टमार्टम हेतु एम्स ऋषिकेश भिजवा दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों द्वारा मृतक की मृत्यु गला दबाकर दम घुटने के कारण होने की संदिग्धता प्रकट की गयी। जिसके बाद एफआईआर व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर दिनांक 25.05.2022 को पुलिस द्वारा मृतक की पत्नी व ठेकेदार सतेन्द्र सिंह नेगी को बयान हेतु थाने पर बुलाया गया।
उधर, एसओजी ग्रामीण द्वारा उपलब्ध करायी गयी लोकेशन व सीडीआर रिपोर्ट व पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि मृतक दीपक की पत्नी अमिता का ठेकेदार सतेन्द्र सिंह नेगी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था और दीपक द्वारा उसका विरोध करने पर चुनरी से गला घोटकर उसकी हत्या कर दी गयी थी।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि अभियुक्त सतेन्द्र सिंह नेगी ठेकेदारी का कामम करता है। वर्ष 2021 में उसने भगवान सिंह नेगी के भवन निर्माण का ठेका लिया था। इस दौरान उसकी बातचीत दीपक की पत्नी अमिता से हो गयी और कई बार दोनों की सहमति से शारिरिक संवध भी बनाये गये। दिनांक 10.5.2022 को अधिक शराब पीने के कारण उसे अधिक नशा हो गया तो वह करीब 11ः45 बजे लगभग दीपक के घर उसकी पत्नी अमिता से मिलने गया। दीपक ने अपनी पत्नी के साथ संवध बनाते हुए उसे देख लिया था। जिस पर उनमें बहसबाजी होने लगी।
सतेन्द्र नेगी ने बताया कि दीपक हमें बदनाम करने की बात कर रहा था जिस पर हम दोनों डर गये। तब मैंने एक चुन्नी से उसका गला घोंट दिया। उसकी नाक से खून आ गया था। हमने उसे उठाकर अंदर कमरे मे बैड पर लिटा दिया और मैंने अमिता को समझाया कि वह घर मे सब को कहे कि दीपक को हार्टअटैक आया है और मैं वहां से भाग गया। इसके वाद अमिता द्वारा सुबह समय करीब 3ः30 बजे अपने देवर को फोन करके कहा कि दीपक कुछ नहीं बोल रहा है और उसके नाक से खून भी निकल रहा है। अमिता की बात सुनकर घर के सभी लोग इकट्ठा हो गए तथा दीपक को अस्पताल लेकर गए जहां डाक्टरों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस टीम में थानाध्यक्ष रायवाला भुवन चंद्र पुजारी, एसआई नीरज त्यागी, कुशाल सिंह रावत, कां. नवनीत सिंह नेगी, दिनेश महर, प्रदीप गिरी, राजीव कुमार, कुलदीप सिंह, विनोद सिंह, गीता शर्मा शामिल थे।