देहरादून। पुरोला एसडीएम को विधायक के खिलाफ पुलिस से शिकायत महंगी पड़ गई है। शासन ने पुरोला एसडीएम को तत्काल प्रभाव से हटाकर उनको गढ़वाल आयुक्त पौड़ी कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। एसडीएम ने पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल के खिलाफ पुलिस से शिकायत की थी। एसडीएम ने पुलिस को दी तहरीर में विधायक से जान का खतरा बताया है।
इसके अलावा एसडीएम ने विधायक पर कई अन्य गंभीर आरोप लगाए। सैनी ने पुरोला पुलिस स्टेशन में दर्ज अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि दुर्गेश्वर लाल कृष्ण नाम के एक व्यक्ति के माध्यम से उनकी छवि खराब करने के लिए उनके खिलाफ भ्रामक सोशल मीडिया पोस्ट अपलोड कर रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि विधायक अपने अधिकार क्षेत्र में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने के लिए अधिकारी से नाराज हैं।
अधिकारी ने विधायक पर “अनावश्यक काम” करवाने के लिए दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है।
पुलिस ने उसकी शिकायत का हवाला देते हुए कहा, “एसडीएम ने कहा कि अगर उनके साथ कुछ भी अनहोनी होती है तो पूरी जिम्मेदारी विधायक की होगी।”
वहीं पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल से जब इस संबंध में संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि शनिवार को एसडीएम सरकारी वाहन पर जनपद से बाहर जा रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि एसडीएम हर बार की तरह बिना बताए ही सरकारी वाहन लेकर अपने घर जा रहे थे। मेरे द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में यह मामला लाए जाने के बाद एसडीएम पुरोला को आधे रास्ते से वापस आना पड़ा। उन्होंने इस दौरान अपने बचाव के लिए एक चालान भी काटा। इसी के चलते एसडीएम ने उनके खिलाफ तहरीर दी है। विधायक कहते हैं कि वह जानता के सेवक है जनता के प्रति उनकी जनता के प्रति उनकी जवाबदारी है, लेकिन एसडीएम ने अपने कृत्य को छुपाने के लिए उनके ऊपर बेवजह गंभीर आरोप लगाए हैं।