Uttarakhand: देहरादून में शुक्रवार से राज्य की सबसे बड़ी केंद्रीयकृत रसोई अक्षय पात्र शुरू हो गई है। सीएम धामी ने अक्षय पात्र फाउंडेशन की ओर से सुद्धोवाला में बनाई गई इस रसोई का उद्घाटन किया है। इस रसोई से देहरादून और आसपास के 120 सरकारी विद्यालयों के 15500 छात्र-छात्राओं को पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। अगले छह माह में इस रसोई से राज्य के 500 विद्यालयों के 35 हजार छात्रों को मध्याह्न भोजन पहुंचाने का लक्ष्य है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार इस रसोई का निर्माण सुद्धोवाला में तकरीबन दो एकड़ भूमि में 10 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस फाउंडेशन की येअक्षय पात्र केंद्रीयकृत रसोई उत्तराखंड में पहली और देश में 63वीं रसोई है। रसोई में आधुनिक मशीनों से भोजन बनाया जाएगा। इन मशीनों से एक बार में एक कुंतल आटा गूंथने के साथ ही 20 हजार रोटी, 1200 लीटर दाल और 100 किलो चावल बन सकेगा। भोजन के निर्माण और उसकी आपूर्ति के लिए रसोई में 150 कार्मिक तैनात किए जाएंग। इस रसोई में छात्र-छात्राओं के पोषण का ध्यान रखते हुए भोजन का मेन्यू इस तरह तैयार किया जाएगा कि हर बच्चे को 450 कैलोरी से ज्यादा ऊर्जा मिल सके।
अक्षय पात्र फाउंडेशन का उद्देश्य है कि देश में कोई भी बच्चा भूख और कुपोषण के कारण शिक्षा से वंचित न रह पाए। इसी सोच के साथ अक्षय पात्र केंद्रीयकृत रसोई की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत देहरादून में 120 सरकारी विद्यालयों के 15500 छात्र-छात्राओं को पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। नवनिर्मित रसोई के शुरू होते ही फाउंडेशन देश के 14 राज्यों में 20 हजार से अधिक विद्यालयों में प्रतिदिन 19 लाख विद्यार्थियों को भोजन उपलब्ध कराने का आंकड़ा छू लेगा।