मोहित गोयल
सल्ट (महानाद) : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवालय में चिकित्सा विभाग द्वारा दिव्यांगजनों के विशिष्ट दिव्यांग पहचान पत्र यूडीआईडी कार्ड बनाये जाने के लिए एक शिविर लगाया गया। जहां 4 चिकित्सकों को आना था लेकिन 2 चिकित्सक नहीं आये। जिसकी वजह से वहाँ दूर-दूर से आये कई दिव्यांगों को निराश होकर वापस अपने घर जाना पड़ा।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य और समाजसेवी नारायण सिंह रावत, राज्य आंदोलनकारी मोहन शर्मा, पूर्व सैनिक घनानंद शर्मा, सल्ट भाजपा मंडल मंत्री दिनेश पंवार जब वहाँ चल रहे शिविर में पहुंचे तो वहाँ जिले से आये कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे। आश्चर्य तो तब हुआ जब वहाँ चल रहे शिविर की जानकारी विधायक महेश जीना को भी नहीं थी, जिस पर विधायक जीना ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की।
जब हमने वहाँ मौजूद प्रभारी डॉ. सौरभ से जानकारी ली तो उन्होंने भी विभाग की लापरवाही का जिक्र किया। जब हमने समाजसेवी नारायण सिंह रावत से बातचीत की तो उन्होंने दुःख जाहिर करते हुए बताया कि इस शिविर की किसी भी जनप्रतिनिधि को कोई जानकारी नहीं थी। जब उन्होंने जिलाधिकारी से बात की तो जिलाधिकारी ने गाड़ी के खराब होने का हवाला देते हुए बात को टाल दिया। जबकि डिप्टी सीएमओ ने फोन पर बताया कि 2 डॉ. किसी कारण से नहीं आ सके। हर अधिकारी बहाने बना रहा है।
नारायण सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा विकलांगों के साथ एक मजाक किया गया है। जिसकी वजह से बहुत से विकलांगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
नारायण सिंह ने बताया कि सीएमओ अल्मोड़ा, बीडीओ सल्ट, उपजिलाधिकारी सल्ट कोई भी उनके फोन नहीं उठा रहा है और जवाब नहीं दे रहा है। फिलहाल शिविर का आयोजन तो किया गया लेकिन शिविर से लाभान्वित कोई ना हो सका।