उत्तराखंडः डेंगू के कहर ने बढ़ाई स्वास्थ्य विभाग की चिंता, ये क्षेत्र बने हॉटस्पॉट…

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Uttarakhand News: कोरोना से राहत के बाद अब प्रदेश में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। कई लोग डेंगू की चपेट में आ गए है। तो वहीं कई जगह डेंगू की हॉटस्पॉट बन गई है। जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बना है। बताया जा रहा है कि ऋषिकेश का चंद्रेश्वरनगर हॉटस्पॉट बना है। तो वहीं देहरादून के कई क्षेत्रों में भी डेंगू पैर पसार रहा है। कई लोग अस्पताल में भर्ती है। ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार देहरादून में अब तक 43 व्यक्तियों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिनमें 17 मामले ऋषिकेश से हैं। दून में निरंनपुर, चुक्खूवाला, नेशविला रोड,गढ़ी कैंट, कारगी, राजीवनगर, अजबपुर, ब्राह्मवाला खाला, गोविंदगढ़, नेहरू कालोनी, धर्मपुर, माजरा, डालनवाला, जोगीवाला, डोईवाला, इंद्रानगर आदि क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिले हैं। जहां भी डेंगू के मरीज मिले हैं वहां निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही हैं। वहीं जनता को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। डेंगू की रोकथाम को स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है।

डेंगू के लक्षण

  •  बुखार चरम पर लगभग 104 डिग्री
  • गंभीर सिरदर्द, ठंड लगना, दर्द और दर्द
  • आंखों में अत्यधिक दर्द
  • शरीर पर चकत्ते
  • उल्टी, पेट दर्द
  • शुष्क मुँह, अत्यधिक प्यास
  • बुखार की गंभीरता के आधार पर कुछ मामलों में रक्तस्राव

डेंगू के लक्षण होने पर क्या करें

  • जूस, नारियल पानी, इलेक्ट्रोलाइट्स तरल पदार्थ दें।
  • बुखार होते ही पूरे शरीर को ठंडे पानी से अच्छी तरह धो ले।
  • मच्छरों से बचाव के लिए घर में कॉइल, लिक्विड, मच्छरदानी का प्रयोग करें।

डेंगू से बचाव के लिए अपनाई जाने वाली आयुर्वेदिक सावधानियां

  1. एक नींबू को दो भागों में काट लें और प्रत्येक आधे भाग में 1015 लौंग डालें। इससे डेंगू के मच्छर क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाते हैं।
  2. पपीते के पत्ते को काट कर अच्छे से धो लीजिये, इसमें थोडा़ सा पानी डाल कर मिला दीजिये. यदि परिणामी मिश्रण को छानकर एक गिलास प्रति घंटे की दर से डेंगू पीड़ित को दिया जाए, तो डेंगू के लक्षण पूरी तरह से गायब हो जाएंगे।
  3. अगर आप गाजर का जूस, चीनी का जूस, नारियल पानी खूब पीते हैं तो आप जल्दी ठीक हो सकते हैं।
  4. पैरों से लेकर घुटनों तक नारियल के तेल को अच्छे से लगाएं। यह एक एंटीबायोटिक के रूप में कार्य करता है। डेंगू के मच्छर से बचाव करता है।
  5. डेंगू बुखार में सिरदर्द, उल्टी, नाक और मुंह से खून आना, पेट में दर्द हो सकता है।