बड़ा खुलासा : फर्जी मार्क्सशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, हजारों की संख्या में मार्क्सशीट बरामद, पूरे देश में फैला जाल

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विकास अग्रवाल
रुद्रपुर (महानाद) : पुलिस ने फर्जी मार्क्सशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को उनके कब्जे से हजारों की संख्या में फर्जी मार्क्सशीटें भी बरामद हुई हैं।

मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि उनके द्वारा अपराध रोकथाम एवं अपराधियों की धरपकड हेतु चलाए जा रहे ऑपरेशन इवनिंग स्टॉर्म अभियान के अन्तर्गत दिनांक 10.11.2022 को एसपी सिटी, सीओ सिटी एवं सीओ पंतनगर व सीओ ऑपरेशन ने भारी पुलिस बल के साथ टीमें बनाकर रुद्रपुर की पॉश कॉलोनी मेट्रोपोलिस सिटी में छापेमारी कर सत्यापन अभियान चलाया। अभियान के दौरान पुलिस टीम द्वारा मेट्रोपोलिस सिटी के टावर नं. एच-9, फ्लैट नं. 2 में चेकिंग की तो फ्लैट में दो व्यक्ति गौरव चंद पुत्र जनक बहादुर चन्द, निवासी चूनाभट्टा, थाना बनबसा, चंपावत उम्र 19 वर्ष तथा अजय कुमार पुत्र धर्मेन्द्र कुमार निवासी राजीव नगर, थाना डोईवाला, जिला देहरादून उम्र 25 वर्ष कूटरचित फर्जी मार्क्सशीट, डिग्री, माईग्रेशन सर्टिफिकेट व कूटकरण के उपकरण के साथ हिरासत में लिए गए।

पूछताछ के दौरान पता चला कि पकड़े गए दोनों लडके आवास विकास स्थित कीरत ट्रेडिंग कंपनी के मालिक नवदीप सिंह भाटिया उर्फ पवन व उसके साथियों के साथ मिलकर William Carey University, Shillong (Meghalaya)  की फर्जी मार्क्सशीट, डिग्री, माईग्रेशन, प्रोविजनल, ट्रांसक्रिप्ट सर्टिफिकेट आदि तैयार करते हैं। इन लोगों द्वारा संगठित रुप से अपराध किया जाता है तथा इनका नेटवर्क पूरे देश के अलग अलग राज्यों के विश्वविद्यालयों में भी फैला है।

एसएसपी ने बताया कि उत्तराखंड में नवदीप भाटिया उक्त गैंग का मुख्य सरगना हैं। अब तक उक्त गैंग में नवदीप भाटिया के साथ बनबसा के नितेश चंद व William Carey University के विजय अग्रवाल व जितेन्द्र उर्फ सुखपाल शर्मा आदि लोगों का भी संलिप्त होना पता चला हैं। उक्त गैंग के लोग इस शर्त पर फर्जी मार्क्सशीट आदि बनाते है कि आवेदक केवल प्राईवेट जॉब में थर्ड पार्टी के रूप में ही उनकी फर्जी मर्क्सशीट व डिग्री आदि प्रयोग में लाएंगे, जहां पर दस्तावेजों का सत्यापन नहीं होता हो। सरकारी जॉब व जहाँ पर दस्तावेजों की जाँच होती हो ऐसी बड़ी-बड़ी कंपनियों में जॉब हेतु ये लोग अपनी फर्जी मार्क्सशीट व डिग्री आदि नहीं लगाने के लिए युवक-युवतियों को पहले ही बता देते थे।

एसएसपी ने बताया कि जो युवक युवतियां इनकी फर्जी डिग्री के माध्यम से विदेश जाते हैं उनसे ये लोग काफी मोटी रकम वसूलते हैं तथा ऐसे लोगो की जानकारी इनके द्वारा William Carey University के उच्च अधिकारियों को पहले से ही दे दी जाती हैं ताकि जब फर्जी दस्तावेजों की जाँच हो तो न्दपअमतेपजल के उच्चाधिकारी उक्त फर्जी डिग्री को सही के रूप में वेरिफाई कर दें।

एसएसपी ने बताया कि गैंग का सरगना नवदीप भाटिया इस काम के लिए सभी सदस्यों को अच्छा खासा हिस्सा देता है। पकड़े गए दोनों लड़कों का मेट्रोपोलिस फ्लैट में रहना, खाना-पीना, बिजली बिल आदि सब कुछ फ्री था। ये लोग बीए, बीकॉम, बीएससी आदि स्नातक व परास्नातक की फर्जी मार्क्सशीट व डिग्रियां फर्जी वेबसाइट my-onlineedu.in का उपयोग कर बनाते हैं तथा प्रत्येक डिग्री के लिए 15 से 20 हजार रुपये लेते हैं तथा विदेश जाने वाले लोगों से लाखों रुपये वसूलते हैं। अभियुक्तगण से बरामद हुए मोबाईल फोन व लैपटॉप से काफी महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं जिसके संबंध में भी जांच की जा रही हैं।

अभियुक्तगण के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत थाना पंतनगर में एफआईआर सं. 216/22 धारा 420, 467, 468, 471, 474, 34, 120बी आइपीसी पंजीकृत किया गया है, जिन्हें समय पर कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा।

पुलिस टीम में एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ पंतनगर तपेश चंद, सीओ सिटी आशीष भारद्वाज, सीओ ऑपरेशन अनुष बडोला, एसओ राजेन्द्र सिंह डांगी, पीआरओ नीरज चौधरी, एसओ दिनेशपुर अनिल उपाध्याय, एसआई भुवन चंद्र जोशी, पंकज कुमार, देवेन्द्र सामंत, हेम सिंह हरडिया, कां. पंकज पोखरियाल, राजेन्द्र, प्रकाश भट्ट तथा हेमराज शामिल थे।