जसपुर जैन संपत्ति विवाद: मुख्यमंत्री ने दिये लैंड फ्रॉड समिति के माध्यम से जांच कराने के निर्देश

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पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : रिटायर्ड इनकम टैक्स कमिश्नर की व्यवसायिक भूमि एवं दुकानों का फर्जी बैनामा/रजिस्ट्री कराने के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस को भू-माफिया अपराधिक तत्वों के खिलाफ 15 दिन में लैंड फ्रॉड समिति के माध्यम से जांच करा कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने इस मामले में बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष सहित सात लोगों एवं उनके अन्य साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

रिटायर्ड इनकम टैक्स कमिश्नर हुकम चंद जैन ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर बताया था कि वह जसपुर के मूल निवासी हैं। भारतीय राजस्व सेवा में 36 वर्ष सरकारी सेवा के उपरांत मुख्य आयकर आयुक्त पद के पद से सेवानिवृत्ति के बाद मुंबई में निवास करते हैं। वह जसपुर के मेन बाजार में 13 दुकानों की पैतृक संपत्तियों के स्वामी है। बीते वर्ष इस संपत्ति का फर्जी बैनामा भू-माफिया गैंग के सरगना रवीश उर्फ राजा निवासी मौहल्ला पट्टी चौहान द्वारा अपने नाम करा लिया गया। आरोपी रवीश उर्फ राजा ने अपने साथियों जावेद, दानिश, औरंगजेब, काशिफ, फहीम खान, मुमताज एवं अन्य की मदद से आलोक कुमार जैन पुत्र विजय बहादुर जैन, विशाल गुप्ता पुत्र भारत भूषण गुप्ता, विनोद कुमार पुत्र बख्तावर लाल, बलवंत सिंह पुत्र संतोष सिंह एवं अन्य नागरिकों की लकड़ी मंडी रोड स्थित स्वामित्व वाली एवं कब्जे वाली व्यवसायिक संपत्तियों के फर्जी बैनामे औरंगजेब, फहीम खान एवं अन्य के नाम करा लिए। इनके द्वारा दिनदहाड़े ताले तोड़कर मारपीट कर कब्जा लेने का बार-बार प्रयास किया गया। उनके और अन्य संपत्तियों के मालिकों के द्वारा पुलिस को तहरीर दी गई। किंतु पुलिस ने सिविल मामला मानते हुए घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज नहीं की।

हुकम चंद जैन ने बताया कि रवीश उर्फ राजा बार एसोसिएशन जसपुर का पूर्व उपाध्यक्ष है। भूमाफिया एवं गंभीर अपराधों में अभियुक्त असामाजिक तत्वों द्वारा नगर में खुलेआम न्याय प्रिय नागरिकों की संपत्तियों को धोखाधड़ी से फर्जी बैनामा/फर्जी कागजात तैयार कर जबरन हड़पने की कोशिश में रहता है। आरोपी गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त है। आरोपी संपत्तियों का राजस्व रिकार्ड बना कर भारी धन उगाही कर नागरिकों का लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी गंभीर अपराधों एवं धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इस मामले की सूचना सब रजिस्ट्रार को दी गई थी। उनके द्वारा जांच करने पर सभी बैनामो में लगे शपथ पर झूठे पाए गए। उन्होंने इस मामले में एसआईटी की टीम गठित करा कर जांच कराए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की थी। जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आयुक्त को समिति का गठन कर जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं।