विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : अभी श्मशान घाट के सामने हो रहे गेट निर्माण के दौरान 11000 की विद्युत लाइन से टकराकर एक मजदूर की मौत लोग भूले भी नहीं है कि नगर के पास स्थित ग्राम मिस्सरवाला में ग्राम प्रधान द्वारा एक गेट का निर्माण करवाया जा रहा है जिसकी ऊंचाई फिर से 11000 की विद्युत लाइन को छू रही है। हांलाकि ग्रामवासियों की शिकायत पर विद्युत विभाग ने निर्माण कार्य रुकवा दिया है लेकिन इसके कारण गांव में आने-जाने वाला मार्ग भी अवरुद्ध हो रहा हैै। अब आरटीआई कार्यकर्ता आसिम अजहर ने दो दिन में मार्ग न खुलने पर अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है।
आपको बता दें कि ग्राम मिस्सरवाला ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम के मुख्य मार्ग पर स्वागत द्वार के निर्माण के नाम पर लगभग तीन माह से अतिक्रमण कर अवरुद्ध कर रखा है। उक्त स्वागत द्वार के ऊपर से 11 हजार केवी की विद्युत लाइन गुजर रही हैै। ग्राम प्रधान द्वारा उक्त कार्य विद्युत विभाग की बिना अनुमति के कराया जा रहा था जिस पर अब से डेढ़ महीने पहले विद्युत विभाग ने ग्राम प्रधान को बिना अनुमति लिये कार्य करने पर नोटिस जारी कर आगे कार्य करने पर रोक लगा दी थी। जिस कारण गाँव का मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गया है। वहीं अब कार्य होने की कोई उम्मीद नही है।
आरटीआई कार्यकर्ता आसिम अजहर ने ग्रामवासियों के साथ एक पत्र 13 जून 2023 को उपजिलाधिकारी को लिखकर कहा है कि ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व अवर अभियंता विकास खंड जसपुर द्वारा ग्राम मिस्सरवाला के मुख्य मार्ग पर स्वागत गेट बनाया जा रहा है। जिसके ऊपर से 11000 केवी के लाइन गुजर रही है। वहीं इस कारण गांव में आने-जाने का मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गया हैै। जिस कारण गांव में चौपहिया वाहन आ-जा नहीं पा रहे हैं। वहीं गांव के अंदर के बड़ वाहन गांव में ही फंस कर रह गये हैं। जिससे कई बार मरीजों को भी अस्पताल ले जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामवासियों ने उपजिलाधिकारी काशीपुर से उक्त अवरोधक को हटाये जाने की मांग की है।
ग्रामवासियों द्वारा उपजिलाधिकारी को पत्र लिखे एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक गेट का अवरोधक न हटाये जाने पर आरटीआई कार्यकर्ता आसिम अजहर ने कहा है कि यदि दो दिन तक मार्ग नही खोला गया तो मुझको अनशन पर बैठने के लिये मजबूर होना पड़ेगा जिसके आगे की समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
आपको बता दें कि काशीपुर में श्मशान घाट के सामने काली बस्ती को जाने वाले मार्ग पर भी एक गेट बनवाया जा रहा था जिसके ऊपर भी 11000 केी की विद्युत लाइन जा रही थी जिसके कारण गेट के ऊपर काम कर रहे एक मजदूर उसकी चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। वावजूद इसके जनप्रतिनिधि अपना नाम रोशन करने के लिए जगह-जगह बिना सुरक्षा मानकों को अपनाये गेटों का निर्माण करते रहते हैं। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे मामलों में गंभीरता अपनाते हुए तुरंत ऐसे कार्यों पर रोक लगाकर मार्ग में उत्पन्न अवरोधकों को हटाये।