रुद्रपुर (महानाद) : जमीन में हिस्सा न देना पड़े इसलिए एक भाई ने दूसरे भाई की हत्या कर उसका शव अर्द्धनग्न हालत में हाइवे पर फेंक दिया। पुलिस ने अथक मेहनत के बाद ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए आरोपी भाईको पकड़ कर जेल भेज दिया।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टिसी ने बताया कि दिनांक 01-08-2023 की रात्रि के लगभग 12.20 बजे थाना पुलभट्टा पर एक व्यक्ति ने सूचना कि पुलभट्टा फ्लाईओवर पर केवल अण्डरवियर पहने हुए किसी व्यक्ति का शव पडा है। उक्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए तत्काल थानाध्यक्ष पुलभट्टा कमलेश भट्ट पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुँचे तो देखा कि एक 30-35 साल के व्यक्ति का गला रेतकर हत्या कर अर्द्धनग्न अवस्था मे फ्लाईओवर पर फेंका गया है। तुरंत घटना की जानकारी उच्चाधिकारी गणों को दी गयी एवं मौके से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किये गये।
एसएसपी ने बताया कि शव की शिनाख्त के प्रयास किये गये, किन्तु शव नग्न अवस्था में था, जिसकी कोई आईडी आदि भी नहीं थी। हाईवे पर हुई इस सनसनीखेज नृशंस हत्या के खुलासे हेतु उनके द्वारा एसपी सिटी व एसपी क्राइम के नेतृत्व एंव सीओ सितारगंज ओमप्रकाश के पर्यवेक्षण में थाना पुलभट्टा एवं एसओजी उधम सिंह नगर की करीब 6 टीमों का गठन कर आवश्यक दिशा निर्देश निर्गत किये गये।
पुलिस टीम द्वारा लगभग 95 सीसीटीवी कैमरों का गहनता से अवलोकन किया गया एवं मोबाईल सर्विलांस आदि की मदद से एक संदिग्ध ट्रक को ट्रेस किया जो उसी स्थान पर आकर रुका था और अपनी लाईटें बन्द कर करीब 3 मिनट तक वहीं पर रहा और फिर लाईट बन्द करे-करे ही सितारगंज हाईवे की ओर चला गया। उक्त सीसीटीवी फुटेज के आगे व पीछे के सीसीटीवी कैमरे चैक किये गये तो संदिग्ध ट्रक का रंग लाल और सामने का फ्रन्ट सफेद बाडी पर बीटीसी लिखा हुआ दिखाई दिया और घटना स्थल से ट्रक सितारगंज की ओर चला गया। मृतक की शिनाख्त के लिए अथक प्रयास किये गये तो दिनांक 05-08-2023 को मृतक की शिनाख्त पपेन्दर सिंह उर्फ लाडी (40वर्ष) पुत्र मंजीत सिंह निवासी ग्राम बुखारपुर, थाना नबाबगंज, जिला बरेली, उप्र के रूप में हुई ।
एसएसपी ने बताया कि जब मृतक के परिजनों से मृतक के विषय मे जानकारी की तो पता चला कि मृतक अपने भाई गुरदेव सिंह के साथ ट्रक क्लीनर का काम करता था तथा अपने भाई के साथ ही घर से निकला था और दिनांक 01-08-2023 की रात्रि 10.00 बजे तक दोनों लालकुँआ में साथ-साथ देखे गये थे। मृतक के परिजन की तहरीर पर थाना पुलभट्टा पर तत्काल ही धारा 302/201 आईपीसी बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया और पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर मृतक पपेन्दर के भाई गुरदेव सिंह को कच्चा बाईपास, काली मन्दिर के पास से गिरफ्तार कर लिया जो कहीं बाहर भागने की फिराक में था।
पूछताछ में गुरदेव सिंह ने हैरतअंगेज खुलासा करते हुए बताया कि वे दो भाई व 5 बहनें हैं। गांव मे उनकी काफी जमीन जायदाद थी, किन्तु अधिकांश जमीन बिक चुकी है। मृतक पपेन्दर सिह उर्फ लाडी शराब पीने का आदी था जिससे गुरदेव ने 50 हजार रुपये भी उधार लिये थे। पपेन्दर बार-बार बची कुची जमीन का हिस्सा मांगकर उसे परेशान करता था, उसके माता-पिता भी पपेन्दर का साथ देते थे जिस कारण पिछले वर्ष उसने अपनी मां स्वर्ण कौर को भी मार डाला था, किन्तु पारिवारिक मामला होने के कारण वह बात दबा दी गयी। उसने बताया कि सारी जमीन उसके पिता मंजीत सिंह के नाम पर है, वे जमीन का बटंवारा नही कर रहे हैं। इस बारे मे कई बार पंचायत भी हुई, किन्तु उसके पिता मंजीत बंटवारे की बात नहीं माने । इस पर उसने सबसे पहले अपने भाई पपेन्दर को और उसके बाद अपने पिता मंजीत को जान से मारकर सारी जमीन जायदाद हडपने की योजना बना डाली।
गुरदेव ने बताया कि, मैं ट्रक ड्राईवर हूँ और मैं पपेन्द्र को अपने साथ ही हेल्पर के रूप मे रखता था। अपनी मां को मारने के बाद पपेन्द्र को मारने का प्लान मैंने पहले बना लिया था। इस कारण मैंने उसकी शादी भी नहीं होने दी और न ही उसका कोई आधार कार्ड आदि बनने दिया ताकि इसे कहीं भी मारकर फेंक देने पर इसकी जल्दी से कोई पहचान न हो सके।
गुरदेव ने बताया कि दिनांक 01/08/2023 को मैं अपना ट्रक लोडकर हल्द्वानी में माल उतारने गया। वापसी में मैंने और पपेन्दर ने हल्द्वानी से दबंग देशी शराब का एक हाफ व दो क्वार्टर लिये। लालकुआं में आने के बाद प्रकाश होटल लालकुआं के पास हमने अपना ट्रक खड़ा कर प्रकाश होटल में खाना खाया। मैंने ज्यादा शराब पपेन्द्र को पिलायी जिस कारण उसे काफी नशा हो गया था। रात करीब 10-11 बजे के आस पास हम वहाँ से चल दिये। पुलभट्टा से आगे आने के बाद गोला पुल के पास मैंने अपने ट्रक मे रखी छुरी से पपेन्दर उर्फ लाडी का गला रेत दिया और फ्लाई ओवर पर गाड़ी रोककर उसके शरीर पर केवल अण्डवियर छोड़कर सारे कपडे उतारकर उसे फ्लाईओवर पर फेंक दिया ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके। इसके बाद मैं सितारगंज की ओर ट्रक लेकर गया जहाँ बेगुल पुल पर मैने चाकू और उसके कपड़े फेंके और फिर नानक ढाबा, सिसैया के पास रात भर रुका और सिडकुल सितारगंज की गुजरात अम्बुजा फैक्ट्री से ग्लूकोज लोड कर मैंने गाडी दूसरे ड्राईवरों के हाथों आगरा भिजवा दी और अपने घर वापस चला आया। मैंने किसी को कुछ नहीं बताया। जब कई दिन तक पपेन्द्र घर नहीं आया तो मेरे पिता और मेरे मामा ने पपेन्द्र की जानकारी मुझसे की तो मैंने उनको झूठी कहानी बता दी कि वह गाडी छोडकर भाग गया था। इस पर परिवार के कहने पर मैं लालकुआं थाने गया जहाँ पपेन्दर की फोटो पुलिस ने दिखाकर बताया कि पुलभट्टा थाने में उसकी बॉडी मिली है, फिर मैं वहां से फरार हो गया। गुरदेव की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आला ए कत्ल चाकू और मृतक के कपड़े बरामद कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।