उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन शुरूआत हो चुकी है। आज सत्र के दूसरे दिन जहां अनुपूरक बजट पेश किया जाना है। वहीं हंगामे के साथ शुरूआत हुई। जहां सीएम धामी के विधानसभा में प्रवेश करते ही विपक्षी विधायकों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारे लगाने शुरू कर दिए। तो वहीं कांग्रेसी कई मांगों को लेकर धरने पर बैठ। वहीं कई मांगों को लेकर निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ट्रैक्टर लेकर विधानसभा पहुंचे। इस दौरान उनकी नोक झोंक भी हुई।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड विधानसभा सत्र की शुरूआत में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर चर्चा की जा रही है। डेंगू से अब तक प्रदेश में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इससे पहले सत्र के खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ट्रैक्टर पर सवार होकर सड़ी फसल लेकर विधानसभा पहुंच गए। वह गन्ना किसानों को ब्याज मुक्त ऋण देने की मांग लेकर ट्रैक्टर और फसल लेकर विधानसभा पहुंचे। लेकिन ट्रैक्टर को विधानसभा के प्रवेश गेट पर ही रोक दिया गया। सुरक्षाकर्मी बड़ी संख्या में गेट और गेट की दूसरी तरफ पहुंच गए। इस बीच निर्दलीय विधायक और अधिकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई उमेश कुमार ने सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
वहीं दूसरी ओर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने सदन के बाहर अपनी तमाम मांगों को लेकर प्रदर्शन कर माहौल बनाने की कोशिश की। विपक्ष के प्रदर्शन में हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत ने टिहरी विस्थापितों को भूमि पर अधिकार दिलाने की मांग की। वहीं अन्य विधायकों ने प्रदेश में अतिक्रमण हटाने के नाम पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायक अनुपम रावत वन गुर्जरों को अधिकार देने की मांग कर रही हैं। अपनी इसी मांग को लेकर वह विधानसभा की सीढ़िया पर धरने पर बैठ गई हैं।
बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार की ओर से आज अनुपूरक बजट पेश करने के साथ ही राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण समेत अन्य विधेयक, वित्त विभाग की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट, लेखा प्रत्यावेदन रिपोर्ट को सदन में पेश किया जाएगा। आज प्रश्न काल भी होगा। जन्माष्टमी पर्व को देखते हुए माना जा रहा है बजट पारित करने के लिए सत्र देर रात तक चल सकता है। हालांकि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सत्र को आठ सितंबर चलाने का एजेंडा तय हुआ है। उधर , विपक्ष सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहा है।