रोहित सक्सैना
मुरादाबाद (महानाद) : पुलिस ने निःसंतान दंपतियों को ऑन डिमांड बच्चा उपलब्ध कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 4 महिलाओं वदो पुरुषों को गिरफ्तार किया है। उक्त गिरोह का संचालन मुंबई से होता है और यह लंबे समय से निःसंतान दंपतियों को बच्चे उपलब्ध करवा रहा था।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी मुरादाबाद हेमराज मीणा ने बताया कि बच्चों की खरीद फरोख्त करने वाले गिरोह की संचालिका दीपमाला है जो मुंबई से इस गिरोह को चला रही है। मूलरूप से आदर्श कालोनी, सिविल लाइंस, मुरादाबाद निवासी दीपमाला मुंबई में रहती है और दिल्ली, मुंबई, आगरा, चंडीगढ़, फरीदाबाद, हैदराबाद सहित अन्य राज्यों में ऐसे निसंतान दंपति की तलाश करती है जो इलाज करा कराकर थक चुके हैं और फिर भी उन्हें संतान का सुख नहीं मिल पाया है और अब वे बच्चा गोद लेना चाहते हैं।
इसके लिए वह अपने गिरोह की सदस्यों शबनम और गीता को काम पर लगा देती जो अन्य सदस्यों के साथ मिलकर ऐसी गरीब महिलाओं की तलाश में जुट जाते थे, जिनके पास पहले से कई बच्चे हैं और वह फिर से गर्भवती हैं। ग्राहक मिलते ही दीपमाला गीता और शबनम को फोन पर ऑर्डर देती है कि बच्चे की तलाश शुरू कर दी जाए। गीता और शबनम नर्स हैं और वह घर-घर जाकर दाई का काम भी करती हैं। शबनम का पति मौ. यूनुस और गिरोह के अन्य सदस्य गौरव, नीतू और साजिया भी गर्भवती महिलाओं की तलाश में जुट जाते थे।
इसके बाद वे ज्यादा बच्चों वाली गर्भवती महिलाओं को कहते थे कि तुम्हारे पास तो पहले से ही कई बच्चे हैं। अगर पैदा होने वाले बच्चे को एक परिवार को गोद दे दो तो आपके बच्चे का भविष्य संभल जाएगा। बच्चा ऐसे परिवार में जाएगा, जहां आलीशान कोठी, गाड़ी और खूब पैसा होगा। बड़ा होकर तो बच्चा तुम्हारे पास ही आ जाएगा या फिर तुम्हें अपने पास बुला लेगा।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में पता चला कि कि नर्स गीता दाई का काम भी करती है। उसने पहले ही बिलारी में रहने वालले लल्ला सिंह की मां से उसकी बच्ची का सौदा तय कर लिया था और दिल्ली के एक दंपति से 30 हजार रुपये एडवांस लेकर बच्ची की दादी को दिए थे। इसके बाद गीता ने ही डिलीवरी कराई। 2 सितंबर की रात को महिला ने बच्ची को जन्म दिया जिसे उसकी दादी ने गीता और शबनम को सौंप दिया। अगले दिन जब बच्ची गायब मिली तो परिवार में हल्ला मच गया। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी और गिरोह का भांडा फूट गया। अब तक ये 6 बच्चों को बेच चुके हैं।