मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से कम्प्यूटर ऑन व्हील वाहन का फ्लैग ऑफ किया। इन वाहनों से छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। ये पिटकुल द्वारा सीएसआर मद के अन्तर्गत प्रदान किए गए। वहीं उन्होंने श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के बच्चों व आश्रितों को शिक्षा प्रदान करने हेतु दो मोबाइल लर्निंग स्कूल बसों का फ्लैग ऑफ भी किया। मुख्यमंत्री ने शिक्षा की बेहतरी एवं छात्रों के व्यापक हित में ऐसे प्रयासों की सराहना की।
मिली जानकारी के अनुसार चंपावत जनपद के 62 राजकीय इंटर कॉलेज में 110 लाख रुपये की लागत से आधुनिक टेक्नोलॉजी युक्त 220 कंप्यूटर स्थापित किए गये हैं। मुख्यमंत्री की प्रेरणा से पिटकुल द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता के प्रसार के लिए ये पहल की गई है। मोबाइल कंप्यूटर वाहन के निर्माण से लेकर संचालन का कुल खर्च 45 लाख पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ने अपने CSR मद से प्रदान किया है।
बताया जा रहा है कि पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ने रचनात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक मोबाइल कंप्यूटर वाहन का निर्माण कराया है। जिसमें उच्च गुणवत्ता के 10 आधुनिक कंप्यूटर लगे हैं। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस वाहन के 1 वर्ष के संचालन का व्यय भी पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन प्रदान कर रहा है।इस प्रकार कुल एक करोड़ पचपन लाख रूपये सी एस आर मद के अन्तर्गत व्यय किये गये हैं।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जीजीआईसी राजपुर रोड, देहरादून से कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर, चमोली, रूद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी में औषधालयों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। उन्होंने स्कूली बच्चों के साथ अपना जन्मदिन भी मनाया। उन्होंने श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के बच्चों व आश्रितों को शिक्षा प्रदान करने हेतु दो मोबाइल लर्निंग स्कूल बसों का फ्लैग ऑफ भी किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्रमिकों की पुत्रियों को विवाह उपरांत आर्थिक सहायता के चेक भी प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। राज्य सरकार, श्रमिकों के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अच्छी शिक्षा प्रदान करने के साथ ही बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए श्रम कानूनों में अनेक बदलाव किए हैं। अब राज्य के सभी 13 जनपदों में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत औषधालय बनाये जा चुके हैं।