नानकमत्ता (महानाद) : बारिश से हुए नुकसान की भरपाई की सरकारी राशि पाने में ग्रामवासियों में आपस में मतभेद हा गये तो उन्होंने अखबार में गलत खबर छपवा दी। अब उपजिलाधिकारी सितारगंज ने जांच कर खबर के गलत होने की पुष्टि की है।
वर्षाकाल में 7 व 8 जुलाई को भारी वर्षा होने के कारण खटीमा, सितारगंज व नानकमत्ता क्षेत्रों में भारी जलभराव हुआ था, जलभराव के कारण स्थानीय ग्रामीणों को हुए नुकसान का सत्यापन करते हुए प्रभावित परिवारों को अहैतुक राशि वितरित की गयी थी।
उपजिलाधिकारी सितारगंज रविन्द्र कुमार जुवांठा ने बताया कि नायब तहसीलदार उपतहसील नानकमत्ता जगमोहन त्रिपाठी, लेखपाल हरीश चन्द्र, धनंजय पांडे द्वारा नानकमत्ता के राजस्व ग्राम देवीपुरा के तोक ज्ञानपुर गौड़ी (देवीपुरा) का रविवार 8 सितंबर को मौके पर जाकर पुनः सहायता चैक वितरण की विस्तृत जांच एवं परीक्षण कराया गया। जांच में पाया गया कि ग्रामवासियों में आपसी मतभेद होने के कारण समाचार पत्र में ‘बाढ़ पीड़ितों के नाम पर एक ही परिवार के कई लोगों को बांट दिए गए सहायता राशि चेक’ नामक समाचार प्रकाशित कराया गया, जो कि गलत है।
उपजिलाधिकारी ने बताया कि रविवार को नायब तहसीलदार व पटवारियों द्वारा संबंधित ग्राम में जाकर पुनः सहायता राशि चैक वितरण की जांच की गयी, साथ ही ग्रामवासियों से वार्ता की गयी। ग्रामवासियों ने भी बताया कि ग्रामवासियों में दो पक्षों में आपसी मनमुटाव होने के कारण समाचार प्रकाशित कराया गया है, चैक पात्र लोगों को ही वितरित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जांच में प्रभावितों के घर अलग-अलग होना, रसोई एवं राशन कार्ड अलग होना एवं खाद्य सामग्री/कपड़ा/बर्तन खराब होने के कारण पात्रता सूची में नाम प्रस्तावित किया गया था, इसलिए सहायता राशि वितरित की गयी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी अपात्र को सहायता राशि उपलब्ध नहीं करायी गयी है।