पंचकुला (महानाद) : जहाँ एक ओर पूरी दुनिया आतंकवाद से लड़ने के लिये एकजुट हो संघर्ष करती नजर आ रही है। वहीं आतंकवादियों के प्रमुख दल तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में कब्जा करना मानवधिकारों और दुनिया के लिये खतरे की घंटी होना दर्शाता है। यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स के अंतरराष्ट्रीय निदेशक यतीश शर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि तालिबानी आतंकवादी जो कि दुनिया में किसी भी देश में कहीं भी आंतक फैला सकते हैं। लेकिन हैरत तो इस बात की है कि अभी तक किसी भी राज्य ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर अपनी दहशत फैलाने वाले तालिबान के आतंकवादियों को रोकने के लिये कोई टिप्पणी नही की है। अगर सभी देशों को अफगानिस्तान पर तालिबानी आतंकियों के कब्जा करने पर कोई परेशानी नजर नहीं आती। तो अफगानिस्तान के नागरिकों को शरण क्यों दे रहे हैं। क्योंकि हर देश को पता है कि तालिबानी आतंकियों द्वारा बनाई गई रणनीति मानव अधिकारों के खिलाफ है।
यतीश शर्मा ने कहा कि वे भारत के गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात कर भारत देश में इन तालिबानी आतंकियों का साया भी ना पड़ सके उनसे विचार विमर्श करेंगे। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स ना तो किसी के मानव अधिकार का हनन होने देगा और ना ही किसी आतंकी संगठन को देश में पनपने देगा। अगर भारत की आवाम अपनी संस्कृति के तहत शास्त्रों का ज्ञान रखती है तो शस्त्र उठाने में भी देर नही लगाती। जिसका प्रमाण खुद आजाद भारत है।