श्यामपुर के खदरी में हरेला के दिन एक निजी भूमि पर पौधारोपण की जगह करीब एक दर्जन छायादार पेड़ों पर बिना परमिशन के आरी चल गई है। लोगों की नजरों से बचने के लिए भूमि के चारों ओर बाउंड्री ऊंची की गई है। स्थानीय लोगों ने मामले में पेड़ों पर आरी चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
हरेला पर्व पर मुख्यमंत्री से लेकर तमाम राजनीतिक सामाजिक धार्मिक और शिक्षण संस्थानों में पौधारोपण के कार्यक्रम हुए। जिसका मकसद पर्यावरण संरक्षण रहा। लेकिन श्यामपुर के खदरी क्षेत्र में एक निजी भूमि पर पौधारोपण की जगह छायादार एक दर्जन पेड़ों पर आरी चलाकर उनको धराशाही कर दिया गया है। इसकी भनक जिम्मेदारों को बिल्कुल नहीं है। बिना परमिशन के काटे गए इन पेड़ों की जानकारी स्थानीय लोगों को लगी है तो उन्होंने इस भरी गर्मी में काटे जा रहे पेड़ों का विरोध किया। जिम्मेदारों से मामले में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस निजी भूमि पर छायादार पेड़ खड़े थे उसे पर प्लाटिंग करने की साजिश रची जा रही है। जिसका सौदा करोड़ों रुपए में हुआ है। पेड़ों को काटकर प्लाटिंग करने वाले भूमाफियाओं की डील भी इसमें तय हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि बिना परमिशन के काटे जा रहे छायादार पेड़ों का मामला बेहद संवेदनशील है। यदि इस पर जल्दी ही जिम्मेदारों ने कार्रवाई नहीं की तो समझा जा सकता है कि इसमें जिम्मेदारों की भी मिली भगत है।…… ने बताया कि कुछ दिन पहले निजी भूमि के चारों ओर जो बाउंड्री वॉल थी। उसको ऊंचा करने का काम किया गया। जिसे देखकर लोगों को शक हुआ कि निजी भूमि पर कुछ ना कुछ गड़बड़ होने वाली है। इसलिए स्थानीय लोग निजी भूमि पर नजर रखने लगे। आज पता चला कि निजी भूमि पर खड़े दर्जनों पेड़ों को काट दिया गया है।