गजब : 5 तारीख में हो गया 6 तारीख का निकाह, 1 ही दिन खरीदे तलाक और निकाह के स्टाम्प

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सलीम अहमद
रामनगर/मुरादाबाद (महानाद): लगता है भारत में टाइम मशीन का आविष्कार हो गया है। तभी तो एक युवक-युवती ने 6 तारीख का निकाह 5 तारीख में ही कर लिया।

जी हां रामनगर की रहने वाली एक युवती का एक युवक से निकाह करने की चर्चा जोरों पर है। रामनगर की रहने वाली एक युवती ने आने वाली कल की तारीख (6.6.2023) का निकाह तारीख आने से पहले ही कर लिया। उस पर भी मजेदार बात यह है कि नोटरी के वकील साहब ने उक्त निकाह को 6 तारीख से पहले नोटरी भी कर दिया।

आपको बता दें कि रामनगर की रहने वाली एक युवती ने 10 वर्ष पहले मुरादाबाद के एक गांव में रहने वाले युवक से प्रेम विवाह किया था। निकाह के 10 साल बाद उन दोनों में आपस में नहीं बनी और उन्होंने 1 जून 2023 को आपसी रजामंदी से तलाक ले लिया और कोर्ट में जाकर तलाकनामा भीबनवा लिया। जिसे वकील साह ने नोटरी कर दिया। वहीं, उक्त युवती ने 1 जून 2023 को ही दूसरा स्टाम्प खरीदा और उस पर एक निकाहनामा बनवा लिया जिसमें लिखा है कि उसने एक अन्य युवक से 6 मई 2023 को अपनी मर्जी से निकाह कर लिया है। जिसे तलाकनामें पर नोटरी करने वाले वकील साहब ने ही नोटरी भी कर दिया। जबकि आज तो केवल 5 ही तारीख है। ऐसे में जब 6 जून आई ही नहीं है तो उक्त युवक-युवती ने निकाह कैसे कर लिया।

अपने निकाहनामा में युवक-युवती ने बताया है कि उन्होंने 6.6.2023 को परिवार वालों की सहमति से स्थानीय मदरसा त्रिलोकपुर, मुरादाबाद में निकाह कर लिया है और हम दोनों पति-पत्नी के रूप में एक साथ रह रहे हैं।

वहीं, आपको बता दें कि तलाक और निकाह के लिए दोनों स्टाम्प 1.6.2023 को ही खरीदे गये हैं। जिससे प्रतीत होता है कि 1 जून को पहले 1 स्टाम्प के जरिये तलाकनामा बनवाया गया और फिर दूसरे स्टाम्प पर एक जून को ही निकाहनामा भी बनवा लिया गया। तलाकनामे पर जहां 1 जून की तारीख डाली गई वहीं निकाहनामे में 6 जून की तारीख डाली गई है।

वहीं, रामनगर से मिली जानकारी के अनुसार युवती ने अपने पति को तलाक देकर जिस युवक से निकाह रचाया है वह रामनगर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में काम करता है और दूसरे धर्म का बताया जा रहा है। उसी युवक ने तलाकनामे पर गवाह के रूप में हस्ताक्षर किये हैं जबकि निकाहनामें में उसने अपने को मुस्लिम धर्म का बताया है। जबकि निकाहनामे में लगी फोटो से लोग उसके पार्किंग में काम करने वाले युवक के रूप में पहचाने जाने का दावा कर रहे हैं।

अब ऐसे में इस तलाकनामे और निकाहनामें के पीछे क्या राज है इसका खुलासा तो पुलिस ही जांच कर कर सकती है। जांच का मुख्य विषय यह है कि जब अभी 6 तारीख आई ही नहीं तो कैसेतो 6 तारीख में निकाह हो गया और कैसे वकील साहब ने तारीख आने से पहले ही स्टाम्प को नोटरी कर दिया।

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