देहरादून जिला मुख्यालय के सीमांत तहसील से जुड़े गेट बाजार त्यूणी के पास हुए भीषण अग्निकांड मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। इस हादसे में जहां चार मासूम बच्चियों की जिंदगी चली गई। तो वहीं में फायर ब्रिगेड से लेकर पुलिस-प्रशासन की गंभीर लापरवाही हर स्तर पर सामने आई है। इस दर्दनाक घटना को लेकर क्षेत्रवासियों में जबरदस्त गुस्सा है। मामले में सीएम के निर्देश पर डीएम ने तहसीलदार त्यूनी एवं पटवारी रायगी क्षेत्र को निलंबित कर दिया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मुख्य बाजार त्यूनी, तहसील त्यूनी में दो मंजिला आवासीय भवन में आगजनी की घटना पर राहत बचाव कार्यों में स्थानीय लोगों द्वारा सम्बन्धित तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कानूनगो एवं पटवारी की कार्यशैली पर जिलाधिकारी से शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यवाही करते हुए सम्बन्धित तहसीलदार को उपजिलाधिकारी त्यूनी की संस्तुति तथा राजस्व परिषद के अनुमोदन के क्रम में निलंबित किया है।
तहसीलदार चकराता को तहसील त्यूनी का अतिरिक्त कार्य सौंपा गया है। बताया जा रहा है कि कानूनगो त्यूणी पर आपदा राहत सम्बन्धी उपकरणों को अध्यावधिक न रखने, समय से उपलब्ध न कराने को लेकर प्रशासनिक आधार पर उनका स्थानान्तरण तहसील चकराता किया गया है, जबकि कानूनगो चकराता को जनहित में तहसील त्यूनी तैनात किया गया है।
पटवारी रायगी के अपने क्षेत्र से बिना अनुमति के नदारद रहने पर उपजिलाधिकारी त्यूनी ने उनके विरूद्ध कार्यवाही की संस्तुति की है जिस पर जिलाधिकारी ने रायगी क्षेत्र के पटवारी को निलम्बित करते हुए, हनोल क्षेत्र के पटवारी को रायगी का अतिरिक्त कार्य सौंपा गया है। जबकि नायब तहसीलदार त्यूनी को पूर्व में ही निलंबित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी देहरादून को जांच अधिकारी नामित करते हुए संपूर्ण घटना की निष्पक्ष मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।