विकास अग्रवाल
रुद्रपुर (महानाद) : उधम सिंहनगर पुलिस को मिली बड़ी सफलता हासिल हुई है। 11 वर्ष पूर्व गायब हुए युवक की तलाश पूरी हुई। युवक की हत्या उसके सौतेले भाई ने की थी।
बता दें कि कृष्णा देवी पत्नी भौनू साहनी नि. सुभाष कालोनी, रुद्रपुर द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना रुद्रपुर में एफआईआर सं. 616/2011 धारा 365 आईपीसी का अभियोग बनाम अज्ञात के विरुद्ध दिनांक 01.08.2011 को पंजीकृत किया गया था।
वर्तमान में पुलिस मुख्यालय द्वारा लावारिश शव की शिनाख्त हेतु चलाये जा रहे ‘ऑपरेशन शिनाख्त’ के तहत एसएसपी ऊधम सिंह नगर मंजूनाथ टीसी के आदेशानुसार निर्देशित किया गया कि विगत 03 वर्षों के लम्बित विवेचना को तत्काल निस्तारण करेे। जिस बावत अग्रिम विवेचना एसआई संदीप शर्मा के सुपुर्द की गयी। विशेष अभियान व मामले की गम्भीरता को देखते हुये संदीप शर्मा वादिनी कृष्णा देवी से मुलाकात कर पूछताछ की गयी।
वादिनी द्वारा अपने सौतेले देवर छुटकन साहनी पर सन्देह किया गया था कि छुटकन को ही भौनू साहनी की जानकारी है। क्योंकि छुटकन साहनी के साथ हमारा बिहार की जमीन व मकान को लेकर विवाद था। उसी ने ही मेरे पति को गायब किया होगा।
विवेचना के दौरान एसआई संदीप शर्मा को पड़ोसियों के माध्यम से जानकारी हुई कि छुटकन साहनी व भौनू साहनी की कुछ वर्ष पूर्व आपस में लड़ाई हुई थी जिसके उपरान्त छुटकन साहनी अपने सौतेले भाई भौनू साहनी का मकान छोड़कर दूसरी जगह रहने लगा था। उससे पहले दोनों भाई एक ही मकान में रहते थे।
एसआई संदीप शर्मा द्वारा छुटकन साहनी की जानकारी मुखबिर के माध्यम से पता तस्दीक कर ज्ञात हुआ कि वह चूना भट्टा, अघोई वाला थाना रायपुर, जनपद देहरादून में अपने परिवार के साथ निवास कर रहा है। संदीप शर्मा द्वारा देहरादून पहुंचकर छुटकन साहनी से पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा घटना की सही जानकारी नहीं दी गयी। लेकिन उसे यह भी ज्ञात हो गया कि पुलिस को भौनू साहनी की हत्या की जानकारी हो गयी है।
छुटकन साहनी अपनी भाभी से माफी मांगने रुद्रपुर आया था, जिसकी जानकारी पुलिस को हो गयी तो पुलिस छुटकन साहनी को पकड़कर ले आयी व सख्ती से पूछताछ किया तो छुटकन साहनी द्वारा बताया गया कि मैने 23.07.2011 की रात्रि में रेलवे स्टेशन से आने वाले रास्ते के पास अपने सौतेले भाई भौनू साहनी को धक्का देकर नीचे गिरा दिया और फिर पत्थर से उसके सिर व गले के पास वार किये थे और जब वह मर गया तो मैं उसकी लाश को कट्टे में डालकर रिक्शे में रखकर रोडवेज से आगे नाले में रात में ही फेक दिया था।
थाने के अभिलेख पंचायतनामा वर्ष 2011 का अवलोकन किया गया तो 01 अज्ञात शव पुरुष उम्र 30-32 वर्ष लगभग उसी नाले पर दिनांक 26.07.2011 को बरामद हुआ है और जो हुलिया व कपडे पंचायतनामा में अंकित है। वही हुलिया व कपड़े वादिनी मुकदमा व अभियुक्त द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया है।
अभियुक्त द्वारा यह भी बताया गया कि उस दिन अत्यधिक बारिश हो रही थी। जिसकी वजह से मैंने शव नाले में डाल दिया था। घटना क्रम की सम्पूर्ण जानकारी होने पर अभियुक्त छुटकन साहनी उपरोक्त को उसके जुर्म धारा 302/201/364/365 आईपीसी से अवगत कराकर गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
11 साल बाद हत्या के खुलासे पर डीआई कुमाऊं परिक्षेत्र नीलेश आनंद भरणे द्वारा 20,000 रुपए व एसएसपी उधम सिंह नगर मंजूनाथ टीसी द्वारा 15,000 रुपये पुलिस टीम को सम्मानित करने हेतु निर्देशित किया गया है।