पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : पुलिस ने एक फर्जी निजी अस्पताल से एक युवक-युवती के अंदर होने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर युवक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि युवती को पहले ही घर भेज दिया गया था। जबरदस्त हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसडीएम ने हॉस्पिटल को फर्जी करार देते हुऐ सीज कर दिया। एक ही स्थान पर डबल घटना नगर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार शहर के बीचोंबीच स्थित यूनियन बैंक के पास स्थित श्री हॉस्पिटल के बोर्ड लगे एक कथित निजी अस्पताल में एक सनसनीखेज़ मामला उस समय सामने आया जब वहा कुछ स्थानीय युवकों को एक युवक और एक युवती के अंदर होने की सूचना मिली। करंट सूचना पर एसडीएम ने मौके का पहुंचकर संज्ञान लिया। उन्होंने कहा कि मौके पर युवक-युवती दोनों की एक कथित हॉस्पिटल के अंदर मौजूदगी मिली है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे मामले का संज्ञान लेकर युवक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया। बाजार चौकी प्रभारी कौशल भाकुनी ने बताया कि पुलिस एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही हे।
वहीं, एसडीएम गौरव चटवाल ने विवादित श्री हॉस्पिटल का मुआयना किया। जहां उन्हें ऑपरेशन थियेटर, दवाईयां आदि वह सभी समान मिले जो एक निजी अस्पताल में होते हैं। जब कि अभी तक इस हॉस्पिटल का पंजीकरण भी नही हुआ था। इसके बावजूद भी हॉस्पिटल संचालकों ने बोर्ड लगा रखा था। एसडीएम ने बताया कि मौके पर कोई मरीज और कोई डॉक्टर नहीं मिला।
एसडीएम ने बताया कि पूरी तरह निजी अस्पताल बना हुआ है साथ ही श्री हॉस्पिटल के नाम से अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध है का बोर्ड भी लगा हुआ है। आगे इसका दुरुपयोग ना हो इसलिए इसको सीज कर आगे की कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है। वहीं खुद को श्री हॉस्पिटल का संचालक बताते हुए इरशाद नामक व्यक्ति ने पुलिस द्वारा पकड़े गए युवक युवती के मामले पर अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि उन्होंने अभी श्री हॉस्पिटल को शुरू नहीं किया था, पंजीकरण की कार्यवाही चल रही थी।
बहरहाल मामला जो भी रहा हो, फिलहाल निष्कर्ष ये रहा कि एसडीएम के आदेश पर पुलिस ने बिना लाइसेंस के चल रहे निजी अस्पताल को सीज कर वहां से बरामद युवती को उसके घर भेज दिया तथा अन्य युवकों को कोतवाली भेज दिया।
यहां बता दें कि विवादित श्री हॉस्पिटल बाजार पुलिस चौकी से मात्र 20- 30 कदम की दूरी पर स्थित है। अपराध करने वालों के हौंसले तो देखिए पुलिस का भी कोई डर नहीं रहा। एक तरफ तो बिना लाइसेंस के हॉस्पिटल संचालित किया जा रहा था, वहीं दूसरी तरफ कथित हॉस्पिटल में वैलेंटाइन डे मनाया जा रहा था। उक्त मामला नगर व क्षेत्र में खासा चर्चा का विषय बना हुआ है