उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित लो.नि.वि. निरीक्षण भवन परिसर में अयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया । इस दौरन उन्होंने यहां “सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो” विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं / एन०सी०सी० कैडेट्स के साथ संवाद किया। साथ ही जिले को कई सौगात देते हुए कई बड़ी घोषणाएं की।
उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों, पूर्व सैनिक संगठन, स्थनीय जनप्रतिनिधियों, व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद एवं भेंट वार्ता भी की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने शौर्य स्थल, उत्तरकाशी के सौंदर्यीकरण एवं टीन सेट लगाने की घोषणा के साथ ही वहां पर प्रतीक्षालय निर्माण कार्य कराने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।
उन्होंने कहा कि पर्वत माला मिशन के तहत प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों को रोप-वे से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें यमुनोत्री धाम भी शामिल है। वरुणावर्त पर्वत को भी रोप-वे से जोड़ने पर कार्य किया जाएगा। चारधाम यात्रा विकासनगर-पुरोला से भी चले इस पर भी कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हर्षिल जैसी सीमांत घाटियों में एप्पल मिशन के तहत सेब की खेती को बढ़ाए जाने के मकसद से राज्य सरकार ने एप्पल मिशन में धनराशि का प्रावधान ₹6 करोड़ से बढ़ाकर ₹35 करोड़ कर दिया है। जिससे अधिक से अधिक किसानों को इससे फायदा मिलेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज सीमांत गांवों के विकास को प्राथमिकता से लिया जा रहा है। वाइब्रेंट विलेज के तहत सीमांत क्षेत्रों में बसे गांवों को विकसित करने की योजना है। उन्होंने कहा राज्य सरकार, युवाओं को सरकारी नौकरियों के साथ ही स्वरोजगार से भी जोड़ रही है। सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक होमस्टे खुलें और स्थानीय लोगों को वहीं पर रोजगार मिले, इन नीतियों पर भी कार्य किया जा रहा है।