चंपावत को सीएम धामी ने दी सौगात, 42 योजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

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चम्पावत (महानाद) : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर चंपावत पहुंचे। यहां उन्होंने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चंपावत में आयोजित चम्पावत एवं लोहाघाट विधानसभाओं की कुल एक अरब तीन करोड़ सत्तर लाख चौवन हजार रुपये (10370.54 लाख) की सौगात दी है। सीएम ने यहां करोड़ों की लागत की कुल 42 योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया है। जिसमे चम्पावत की 9 योजनाओं का लोकार्पण व 14 योजनाओं का शिलान्यास व लोहाघाट विधानसभा की 3 योजनाओं का लोकार्पण व 16 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मुख्यमंत्री ने चंपावत जिले के विकास के लिए जीजीआईसी चंपावत में आयोजित कार्यक्रम में आज 3688.79 लाख रुपए की योजनाओं का लोकार्पण किया है। साथ ही भविष्य में विकसित होने वाली 6681.75 लाख रुपए की योजनाओं का शिलान्यास भी किया। इस दौरान सीएम ने जिले के विकास के लिए कई बड़ी घोषणाएं की है।

सीएम धामी ने की ये घोषणाएं

  • जिले के 100 सरकारी विद्यालयों का रूपांतरण ,
  • नाबार्ड मद से औद्योनिक विकास ,
  • मुंडयानी में उद्यान फॉर्म,
  • चंपावत में एडवेंचर पार्क का निर्माण
  • चंपावत में शूटिंग रेंज बनाया जाएगा जिस हेतु जिलाधिकारी भूमि का चयन करेंगे।
  • जिला मुख्यालय में पुस्तकालय हेतु अपनी विधायक निधि से ₹10 लाख की घोषणा
  • चंपावत का हेरिटेज सिटी के रूप में निर्माण
  • जिले में राष्ट्रीय रिवर राफ्टिंग का आयोजन व पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा।
  •  पूर्णागिरि राफ्टिंग क्षेत्र में राफ्टिंग का आयोजन कराया जाएगा।
  • टनकपुर से घाट राष्ट्रीय राजमार्ग के विभिन्न स्थानों पर 7 हिलांस आउटलेट का निर्माण किया जाएगा।
  • चंपावत- एक हथिया नौला- मायावती ट्रैक रुट का निर्माण कराया जाएगा।
  • राजबुंगा किले का पर्यटन की दृष्टि से विकास किया जाएगा।
  • सिप्टी वाटरफॉल का सौंदर्यीकरण एवं सड़क निर्माण आदि का कार्य किया जाएगा।

उत्तराखंड के पायलट के रूप में उभरेगा चंपावत

कार्यक्रम में आम जन को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा कि चंपावत जनपद उत्तराखंड के विकास के मॉडल का पायलट प्रोजेक्ट है। जल्द ही आप देखेंगे चंपावत पूरे उत्तराखंड के पायलट के रूप में उभरता हुआ दिखेगा। चंपावत जनपद एक ओर जहां तराई के टनकपुर और बनबसा जैसे क्षेत्र से साझा करता है तो वहीं, चंपावत पर्वतीय क्षेत्रों में भी अपना अलग ही स्थान रखता है। इसलिए चंपावत के विकास के साथ ही हम पूरे उत्तराखंड के विकास का मॉडल तैयार करेंगे।