2 करोड़ की ड्रग्स के साथ पकड़ा गया चौथी पास कारपेंटर सरफराज

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हरिद्वार (महानाद) : पुलिस ने एक नशा तस्कर को 2 करोड़ रुपये की ड्रग्स के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

आपको बता दें कि पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा समय-समय पर जब भी क्राइम से संबंधित जनपद के पुलिस अधिकारियों की मीटिंग ली जाती है तो प्रत्येक मीटिंग में सबसे पहले ये ही पूछा जाता है कि नशे की बड़ी खेप पकड़ने की आपकी तैयारी क्या है? क्या स्ट्रेटेजी है?
कप्तान द्वारा समय-समय पर ली जाने वाली ऐसी मीटिंग्स के नतीजे अब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री उत्तराखंड के नशामुक्त देवभूमि मिशन 2025 के तहत कार्रवाई करते हुए थाना पथरी पुलिस ने सुभाषगढ़ तिराहे पर चैकिंग के दौरान एक सरफराज पुत्र अब्दुल वहीद निवासी ग्राम कोटवाल आलमपुर, थाना झबरेड़ा, हरिद्वार को 199 ग्राम अवैध एमडीएमए ड्रग्स के साथ दबोच लिया। इस ड्रग्स के बाजार में कई नाम प्रचलित हैं जैसे मौली, पार्टी ड्रग, सफेद चिट्टा आदि। पकड़ी गई ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2 करोड़ रुपए है। पूछताछ करने पर पकड़े गए सरफराज ने बताया कि वह उक्त ड्रग को लक्सर पुल के नीचे किन्ही दो लोगों को देन आया था, जिनकी तलाश जारी है।

पुलिस ने बताया कि एमडीएमए पैडलरों को पकड़ना बेहद मुश्किल काम है। क्योंकि ये हाई प्रोफाइल पार्टी ड्रग्स के रूप में जानी जाती है, इसलिए इसकी खेप को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने वाले भी अन्य ड्रग तस्करों के मुकाबले कहीं अधिक सतर्क होते हैं और आम जनता के बीच में इस प्रकार से घुल मिलकर रहते हैं कि इनके परिवार के सदस्यों को भी आसानी से इनके बारे में पता नहीं होता। यही कारण है कि पकड़ा गया सरफराज मात्र चौथी पास है और कारपेंटर का साधारण सा काम करता है और अब उसके पकड़े जाने पर आसपास के सभी लोग हतप्रभ हैं।

कीमत के मामले में स्मैक से लगभग तीन गुना महंगी इस बेहद घातक ड्रग्स को धर्मनगरी हरिद्वार के युवाओं की नसों में घोला जाना था, लेकिन सतर्क हरिद्वार ‘पथरी’ पुलिस ने ऐसा होने नहीं दिया। आजकल चारों तरफ त्यौहारी सीजन एवं पार्टियों के इस दौर में बढ़िया कीमत मिलने की संभावना के दृष्टिगत इस ड्रग को हरिद्वार लाया गया, लेकिन सतर्क हरिद्वार पुलिस ने इनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया।

बेहद घातक एमडीएमए –
एमडीएमए (मिथाइलीन डाइऑक्सी मेथाफेटामिन (पार्टी ड्रग) बेहद ही घातक ड्रग है जो गोली एवं पाउडर के रूप में आती है। रेव पार्टियों, विशेष कर बड़ी पार्टियों में इस्तेमाल की जाती है। कुछ के द्वारा इसको सीधे ही नाक से इस्तेमाल में लिया जाता है। ये ड्रग शुरुआत में मदहोश तत्पश्चात बेहद उत्तेजक एवं मतिभ्रामक है। इसकी जरा सी अधिक डोज से मांसपेशियों में तनाव, दांतों का भींचना, दृष्टि कमजोर होना, भ्रम, चिंता, अवसाद (ज्यादा अवसाद होने पर आत्महत्या की ओर बढ़ना/सोचना), शरीर के तापमान में तेज वृद्धि जिसके परिणाम स्वरूप लीवर, किडनी या कॉर्डियोवैस्कुलर सिस्टम फेल हो जाता है और मस्तिष्क में सूजन आ जाती है एवं मृत्यु भी हो जाती है। ऊंची एवं महंगी पार्टियों में शिरकत करने वाले आजकल के किशोर एवं युवावस्था के युवकों में इसका प्रचलन काफी तेजी से बढ़ा है। एक बार इसकी गिरफ्त में आने के बाद इससे बाहर निकलना लगभग नामुमकिन है।

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