रुद्रप्रयाग (महानाद) : चुनाव जीतने के प्रत्याशी क्या-क्या नहीं करते हैं। जहां लोग चुनाव में शराब, पैसा और अन्य तरीके से मतदाताओं को लुभाते हैं वहीं कुछ लोग जनता की सहानुभूति पाने के लिए अपने ऊपर झूठा हमला तक करवा लेते हैं।
जी हां, उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में विगत 12 फरवरी को यूकेडी प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हुए कातिलाना हमले में नया मोड़ आ गया है। रुद्रप्रयाग पुलिस ने यूकेडी प्रत्याशी पर हुए कातिलाना हमले का खुलासा करते हुए यूकेडी प्रत्याशी पर चुनाव में सहानुभूति पाने के लिए अपने ऊपर झूठा हमला कराने की साजिश रचने की बात कही है।
मतदान से ठीक 2 दिन पहले 12.02.2022 की रात्रि को जनपद रुद्रप्रयाग में हुए एक घटनाक्रम ने हर किसी को सोचने में मजबूर कर दिया गया था, कि क्या वास्तव में पहाड़ भी सुरक्षित नहीं रहे? क्या ऐसा वातावरण पहाड़ मे भी रच बस गया है? चूंकि माहौल चुनावी था तो कुछ भी सम्भव नहीं! इसी को हर कोई सच समझ रहा था।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी आयुष अग्रवाले ने बताया कि 12.02.2022 की रात्रि तकरीबन 11ः00 बजे के आसपास जनपद पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि रुद्रप्रयाग की 08 विधानसभा क्षेत्र रुद्रप्रयाग से उत्तराखण्ड क्रान्ति दल के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर 02 अज्ञात बाइक सवारों अर्थात कुल 04 लोगों द्वारा उन पर हमला कर उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। घटनाक्रम की गम्भीरता को देखते हुए इस सूचना पर तत्काल सीओ रुद्रप्रयाग और तथा कोतवाल रुद्रप्रयाग घटनास्थल पर पहुंचे परन्तु घटनास्थल पर कोई भी पीड़ित एवं उनके साथी मौजूद नहीं मिले थे। अपितु वहां पर अन्य कुछ लोग जो कि, इस घटना का पता चलने के बाद वहां आ गये थे, उनसे जानकारी प्राप्त करने पर ज्ञात हुआ कि, इस घटना के पीड़ितों द्वारा घटनास्थल से नजदीकी निजी चिकित्सालय में जाकर स्वयं का उपचार कराया जा रहा था।
पुलिस द्वारा निजी चिकित्सालय पहुंचकर वहां से इनको सरकारी अस्पताल जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग ले जाकर मेडिकल कराया गया तथा इनसे तहरीर लेकर रात्रि में ही कोतवाली रुद्रप्रयाग पर अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरु की गई।
उक्त मामले में जांच करने के बाद यह बात स्पष्ट रूप से सामने आयी है कि, उस दिन पुलिस को जो भी सूचना दी गयी थी, भ्रामक दी गयी थी, वास्तव में ऐसी कोई घटना घटित ही नहीं हुई थी। विवेचनात्मक कार्यवाही के दौरान सीसीटीवी फुटेज एवं कॉल डिटेल्स इत्यादि का गहरायी से विश्लेषण किया गया, जो लोग उस समय वहां पर मौजूद थे या जो भी इनके साथ कार में थे तथा जो इनको लेकर निजी चिकित्सालय ले गये थे, सभी के बयानों के आधार पर यह बात सामने आयी है कि, इनके द्वारा चुनाव में फायदा लेने व सहानुभूति प्राप्त करने के इरादे से झूठी सूचना पुलिस को दी गयी थी और एक ऐसा अपराध का घटनास्थल एवं वातावरण तैयार किया गया था, जिसमें इनके द्वारा खुद ही अपने वाहन के शीशे पत्थर से तोड़े गये तथा अपने पर कुछ हल्की चोटें लगवाईं गयी और उस दिन इस घटनाक्रम को काफी बढ़ा-चढ़ा कर विभिन्न सोशल मीडिया एवं मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से प्रस्तुत कराया गया था।
जांच के बाद जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि, दिनांक 12 फरवरी 2022 की रात्रि को बनाई गयी उपरोक्तानुसार घटना पूरी तरह से भ्रामक एवं झूठी है। मतदान से ठीक पहले इस प्रकार की घटना कारित करना पूरी तरह से निन्दनीय है, इनके द्वारा मतदान से 02 दिवस पूर्व ऐसे घटनाक्रम से जनपद में शान्ति एवं कानून व्यवस्था सम्बन्धी माहौल को खराब करने की साजिश की गयी थी, हालांकि जनपद पुलिस की सतर्कता एवं तत्परता से ये अपने इस कुत्सित इरादे में कामयाब नहीं हो पाये परन्तु इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता था कि, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से अन्य प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों द्वारा भी इस मुद्दे को तूल दिया जा सकता था।
इस सम्बन्ध में पुलिस के स्तर से रिपोर्ट न्यायालय में प्रेषित की जा रही है तथा न्यायालय के आदेश से इस सम्पूर्ण घटनाक्रम में संलिप्त लोगों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।