देहरादून (महानाद) : उत्तराखंड के चमोली जिले के रैनी में ग्लेशियर फटने से आई आपदा के बाद अब स्थिति कंट्रोल में आना शुरु हो गई है। रैनी गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया है। जिससे इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई मजदूर बहने की आशंका जताई जा रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत खुद मौके पर मौजूद रहकर इस आपदा पर निगाह बनाये हुए हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया, ‘चमोली जिले के तपोवन इलाके में ग्लेशियर फटने से वहां बन रहे बांध को क्षति पहुंची है। मानवक्षति के बारे में अभी अधिकृत तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। पानी की तीव्रता चमोली तक आते-आते काफी कम हो गई है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे के बाद ट्वीट कर कहा, ‘मैं उत्तराखंड की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा हूं। भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और राष्ट्र सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहा हूं और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव और राहत कार्यों पर अपडेट ले रहा हूं।’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘इस कठिन समय में मोदी सरकार उत्तराखंड की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। एनडीआरएफ, आईटीबीपी तथा एसडीआरएफ की टीमें वहां पहुंच गई हैं, वायुसेना को भी अलर्ट पर रखा गया है। देवभूमि में जानमाल का नुकसान कम से कम हो और वहाँ की स्थिति यथाशीघ्र सामान्य हो यह हमारी प्राथमिकता है।’
एसडीआरएफ की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। नदियों में पानी का फ्लो अब सामान्य हो चुका है। केवल एलर्ट रहने की जरूरत है। किसी भी तरह की जानकारी के लिए टोल फ्री नं. 1095 व 1077 पर सम्पर्क किया जा सकता है। उन्होंने किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देने की बात कही है।