- चेयरमैन व स्टाफ एक समाज को ही पहुंचा रहे है लाभ।
- भाजपा सभासद तथा विधायक सभी है मौन ।
गोविंद शर्मा
देवबंद (महानाद) : नगरपालिका प्रशासन की मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति के चलते शासन के द्वारा दी जाने वाली तमाम योजनाओं का लाभ हिन्दू समाज के गरीब व पिछड़े लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार नगरपालिका प्रशासन में मुस्लिम समाज के लोगों का वर्चस्व होने के कारण सरकार से आने वाली योजनाओं को सार्वजनिक न करके चुपचाप एक धर्म के लोगों को जानकारी उपलब्ध कराकर लाभ पहुंचाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार शासन के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण योजना, ठेली पटरी पर बैठकर अपना धंधा करने वालों के लिए ऋण योजना और वर्तमान में छोटे दुकानदारों के लिए दो लाख रुपये के ऋण की योजनाओं आदि का लाभ एक समुदाय को ही दिया जा रहा है।
अफसोस की बात यह है कि नगरपालिका में अधिशासी अधिकारी सहित कई बाबू हिन्दू होने के बावजूद कई सभासद जिनमे पांच सभासद पार्टी के द्वारा नामित भी किए गये है, तब नगरपालिका का यह हाल है। इस प्रकार नगरपालिका में मुस्लिम चेयरमैन, मुस्लिम स्टाफ और मुस्लिम सभासदों के सामने इन लोगों ने घुटने टेके हुए हैं। इतना ही नही विधायक भी बोर्ड के पदेन सदस्य हैं। फिर भी यह लोग नगरपालिका में फैले मुस्लिम तुष्टीकरण के सामने नतमस्तक हैं।
भाजपा के पूर्व महामंत्री विजेन्द्र गुप्ता ने इस मुस्लिम तुष्टीकरण को लेकर ऐतराज जताते हुए जिला प्रशासन से नगरपालिका में चल रहे मुस्लिम तुष्टीकरण के आरोपों की जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि नगरपालिका के माध्यम से मिलने वाले लाभों की जांच कराई जाये तो 90ः मुस्लिम अपात्र लोगों को लाभ पहुंचाया गया है। स्थिति इतनी खराब है कि एक घर में कई कई लोगों को लाभ दिया गया, जबकि योजनाओं के लाभ के लिए पात्र लोग नगरपालिका के चक्कर काट-काट कर ही रह गये हैं।