देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा विभाग से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। जल्द ही राज्य के राजकीय इंटर कॉलेजों में खाली पड़े पदों को भरा जाएगा। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग कुछ शर्तों के साथ प्रधानाचार्यों की आपूर्ति को पूरा करने के लिए चार शर्तों पर प्रधानाध्यापकों को कार्यवाहक प्रधानाचार्य के पदों पर तैनात करने जा रहा है। जिसकी कवायद शुरू कर दी गई है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेजों में वर्तमान में 958 प्रधानाचार्यों के पद खाली चल रहे हैं। अब इन पदों पर तैनाती की जाएगी। जिसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से चार शर्तें रखी गई हैं। इन शर्तों के अनुसार जो भी प्रधानआध्यापक या प्रधानाध्यापिका को कार्यवाहक प्रधानाचार्य बनाया जाएगा। उनसे नोटरी शपथ-पत्र भरवाया जाएगा कि वह भविष्य में प्रधानाचार्य के वेतन भत्ते की मांग भविष्य में नहीं करेंगे। जो इस नोटरी को प्रेषित करेगा। उसे ही कार्यवाहक प्रधानाचार्य बनाया जाएगा। इसके साथ ही कार्यवाहक प्रधानाचार्य की तैनाती वर्तमान तैनाती विद्यालय के समीप ही की जाएगी। इसके साथ ही यह भी देखा जाएगा कि कार्यवाहक प्रधानाचार्य बनने वाले प्रधानाध्यापक पर पिछले 5 वर्षों में कोई प्रतिकूल प्रविष्टि न हो।
गौरतलब है कि जिस कारण इन विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। शासन द्वारा स्कूलों की दशा सुधारने और शिक्षा की गुणवक्ता पर काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब राजकीय इंटर कॉलेज सहित बालिका इंटर कॉलेजों में खाली पड़े पदों को भरा जाएगा। बताया जा रहा है कि इन विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों को कार्यवाहक प्रधानाचार्य के रूप में तैनात किया जाएगा, क्योंकि विद्यालयों में तभी शैक्षणिक सहित प्रशासनिक और अन्य गतिविधियां विधिवत संचालित हो सकती हैं।