जसपुर : लगातार हमला कर लोगों को घायल कर रहा है गुलदार, ग्रामीणों ने की पकड़े जाने की मांग

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पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : गुलदार ने बाइक सवार ग्रामीण पर हमला बोल कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल युवक को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल लाया गया। जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने घायल युवक को घर भेज दिया। हादसे से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़े जाने की मांग की है।

बता दें कि कल देर शाम ग्राम भोगपुर डाम निवासी बबलू पुत्र राकेश अपनी बाइक पर सवार होकर जसपुर से घर वापस जा रहा था कि बढ़ियोवाला गांव से पहले ही नहर के पास गुलदार ने बबलू पर हमला बोल दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बबलू ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई और घटना की जानकारी जाकर अपने परिजन, गांव वालों एवम वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर परिजनों के साथ घायल बबलू को सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां सरकारी अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे डॉ. आशीष सिंघल ने उपचार के बाद बबलू को घर भेज दिया। घटना के बाद से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। वहीे ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने की मांग की है।

वन विभाग के अधिकारी आरके शर्मा ने बताया कि गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है। उच्च अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। आदेश के बाद गुलदार को पकड़ने की कार्यवाही की जाएगी।

यहां बता दें कि गुलदार के हमले के इससे पूर्व क्षेत्र में कई मामले सामने आ चुके हैं तथा कई बार अलग-अलग स्थानों पर गुलदार ग्रामीणों पर हमला कर घायल कर चुका है। समय रहते वन विभाग ने उचित कदम नहीं उठाए तो किसी बड़ी घटना के होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। गौरतलब है कि बीते कुछ माह पहले ग्राम कासमपुर में एक गुलदार को ग्रामीणों ने वन विभाग की मदद से जाल डालकर पकड़ने की कोशिश की थी। गुलदार जाल में फंस कर कुएं में गिर गया था। जिसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर कई दिनों तक वायरल होती रही। गुलदार इससे पहले दर्जनों लोगों को घायल कर चुका था। साथ ही एक स्थानीय निवासी व्यक्ति की गुलदार के हमले के दौरान जान भी जा चुकी थी।

अब इन सब को लेकर प्रश्न यह उठता है कि आदमी की जान बड़ी है या आदमखोर गुलदार की जान बड़ी है। एक तरफ तो जहां सरकार ने आदमखोर गुलदार जैसे वन्य जीव को मारने पर प्रतिबंध लगा रखा है। वहीं दूसरी ओर आदमखोर गुलदार ही आदमी की जान का दुश्मन बना बैठा है। रोजाना नए नए मामले सामने आ रहे हैं। आदमखोर गुलदार लोगों को अपना शिकार बना रहा है। चाह कर भी वन विभाग/सरकारी महकमा एवं क्षेत्रवासी कुछ नहीं कर पा रहे। अगर ऐसे ही चलता रहा तो यहां जानवर ही जानवर दिखाई देंगे। आदमी को तो जानवर खा ही जाएगा।