पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद): एक महिला ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर एक पत्रकार पर नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये ठगने की आरोप लगाया है।
कोतवाली से मिली जानकारी के अनुसार सरीना नामक महिला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि ग्राम निवासी एक व्यक्ति एवं उसके दोस्त का गांव की एक महिला के घर आना-जाना लगा रहता था। महिला ने उस व्यक्ति से उसकी पुत्री की नौकरी लगवाने की बात करवाई। आरोपी तथाकथित पत्रकार ने अपने को मीडिया प्रभारी एवं एक संगठन का पदाधिकारी बताते हुए पतरामपुर आंगनबाड़ी केंद्र में एक पद खाली होने पर या किसी अन्य पद पर सरकारी नौकरी लगवाने की बात कहते हुए उससे डेढ़ लाख रुपये ले लिए। नौकरी न लगने पर पीड़िता ने जब आरोपी (पत्रकार) से रकम वापस मांगी तो उसने रकम लौटाने से इंकार कर दिया। मामला बढ़ने पर आरोपी ने 60 हजार रुपये का चेक दे दिया। साथ ही शेष रकम को एक माह में लौटाने का वादा किया। जब महिला ने आरोपी (पत्रकार) द्वारा दिया चेक भुगतान के लिये बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया।
कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है। जांच उपरान्त जो भी तथ्य सामने आएंगे उस के बाद कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
यहां बता दें कि तथाकथित पत्रकारों द्वारा पैसे उगाही करने का यह नया मामला नहीं है। आए दिन नए मामले सामने आ ही जाते हैं। जब सुना जाता है कि तथाकथित पत्रकारों ने विभिन्न मदों के नाम पर पैसे हड़प लिए। इससे एक और जहां सही काम करने वाले पत्रकारों की छवि धूमिल हो रही है। वहीं अन्य तथाकथित पत्रकारों का हौसला भी बुलंद हो रहा है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि फर्जी पत्रकारों को चिन्हित कर उन पर कार्यवाही करें। जसपुर पत्रकार संघ ने पुलिस से वास्तविक पत्रकारों की छंटाई कराये जाने की मांग की है। जिससे पत्रकारों की छवि धूमिल ना हो सके।