पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : मंडी परिसर में आज भारतीय किसान यूनियन के आवाहन पर किसान महापंचायत का आगाज हुआ, जिसमे जिले भर के किसानों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश प्रदेश से भी सैकड़ों की संख्या में किसान महापंचायत में पहुंचे। वहीं किसी कारण से राकेश टिकैत किसान महापंचायत में नही पहुँच पाए। राकेश टिकैत की जगह उनके बेटे चरनजीत टिकैत किसान महापंचायत में पहुँचे। राकेश टिकैत के ना पहुचने से किसानों को मायूस भी होना पड़ा।
वहीं मंच पर बैठे किसान नेताओ ने भाजपा सरकार पर जमकर हल्ला बोला। किसान नेता चरनजीत टिकैत ने जसपुर किसान महापंचायत में पहंुचकर बताया कि पिछले 10 महीनों से किसान बार्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। वही लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर चरनजीत टिकैत बोले कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना बहुत अप्रिय घटना है। निहत्ते किसानों पर गाड़ी चढ़ाई गई। ये बहुत निंदनीय है और सरकार जैसे-जैसे किसानों के प्रति अपना रवैया बना रही है। ये सही नही है। किसान आंदोलन के दौरान हो रही किसानों की मौत पर उन्होंने कहा कि जिसके परिवार से कोई जाता है उसके परिवार को पता चलता है। वहीं उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में किसान पंचायत होगी वहाँ किसान ऐसे ही पहुचेंगे और जब तक सरकार ये तीनों कानून वापस नहीं लेगी तब तक आंदोलन चलता रहेगा।
वहीं, 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि किसानों का रवैया तो सरकार देख चुकी है। अब तो जनता ही तय करेगी जनता को देखना है।
यहां बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत के आगमन को लेकर जनता बहुत उत्साहित नजर आ रही थी। ऐन मौके पर किसान नेता राकेश टिकैत का प्रोग्राम निरस्त होने एवं उनके स्थान पर उनके बेटे के आगमन पर जनता थोड़ी बहुत मायूस नजर आई। अलबत्ता भाजपा के विरोध में कहने करने को कोई कसर नहीं छोड़ी गई। महापंचायत में लंगर की पूरी व्यवस्था रही। पुलिस बल चारों तरफ चाक-चौबन्द रहा। हाईवे के दोनों तरफ एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। शाम 4 बजे महापंचायत के समाप्त होने के बाद वाहनों को सुचारू रूप से निकाला गया।
इस अवसर पर प्रेम सिंह सहोता, सुखवीर सिंह भुल्लर, अमनप्रीत सिंह, मनजीत सिंह, जसवीर सिंह, अपार सिंह, सुरजीत ढिल्लों, दीदार सिंह, शीतल सिंह, जागीर सिंह, प्रीत पाल सिंह, गुरविंदर सिंह, संता सिंह, श्वेतांग अग्रवाल, नरेश सागर, डॉ. युनुस चौधरी, शाहरुख चौधरी, मौ. अकरम समेत सैकड़ो किसान मौजूद रहे।