आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : जुलूस-ए-मोहम्मदी का पर्व हर्षाेल्लास से मनाया गया। इस दौरान परंपराओं का निर्वहन करते हुए शहर इमाम की सरपरस्ती में जुलूस निकाला गया।
आपको बता दे कि विगत वर्षाे में जुलूस ए मोहम्मदी बड़े ही शिद्दत के साथ वृहद स्तर पर मनाया जाता रहा है लेकिन इस बार देशभर में वैश्विक कोरोना महामारी के चलते इसके स्वरूप को सूक्ष्म कर दिया गया। कोरोना गाईडलाईन के अनुसार काशीपुर में परंपराओं का निर्वहन करते हुए शहर इमाम कारी मुनाजिर हुसैन की सरपरस्ती में जुलूस ए मोहम्मदी का जुलूस निकाला गया।
इस दौरान शहर इमाम कारी मुनाजिर हुसैन ने बताया कि नबी की पैदाइश के मौके पर यह त्यौहार मनाया जाता है। इस मौके पर परवरदिगार से कोरोना वैश्विक महामारी के जड़ से खात्मे के लिए दुआ की गई। उन्होंने कहा कि 1450 साल से आज तक आज के दिन इस्लाम के लोग अमन और शांति के लिए दुआ कर रहे हैं। हम सभी धर्मों के लोगों के आपस में मिलजुल कर रहने और अमन और शांति कायम रखने की दुआ कर रहे हैं।
महाराणा प्रताप चौक के साथ साथ जगह-जगह जुलूस का स्वागत किया गया। इस मौके पर लंगर बांटे गए। जुलूस में काबा ए शरीफ, मदीना ए शरीफ, बहुत सारे मुल्कों की मजारों के नक्शे जुलूस में शामिल थे। जुलूस मौहल्ला अल्ली खां से शुरू होकर मौहल्ला महेशपुरा, जसपुर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन रोड, महाराणा प्रताप चौक, मेन मार्केट, किला बाजार से होते हुए वापस अल्ली खां स्थित कर्बला मैदान में जाकर समाप्त हो गया। वही इस जुलूस का दूसरा हिस्सा मौहल्ला विजय नगर नई बस्ती, कटोराताल पुलिस चौकी के सामने से चीमा चौराहा मेन चौराहे पर आकर जुलूस में शामिल हुआ। इस दौरान जुलूस में शामिल सभी मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा तिरंगे झंडे लहराए गए जिससे जुलूस में देशभक्ति का रंग भी देखा गया।