ज्योति ने प्रेमी अब्बास के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, बेटी ने खोला राज

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बरेली (महानाद): पुलिस ने संजय गुप्ता हत्याकांड में हत्या का मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपी मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी की तलाश शुरु कर दी है।

बदायूं के टिकैतगंज चौराहे के रहने वाले दिनेश चंद्र गुप्ता ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि बिहारीपुर मैमरान के रहने वाले उसके साले संजय गुप्ता टैक्सी चलाता थे। घर बनवाने के चलते विगत 4 महीने से अपनी पत्नी ज्योति के संग सुभाषनगर की वैष्णोधाम कालोनी में जौहरी लाल के मकान में किराए पर रह रहे थे। 2 जून की रात्रि 2 बजे ज्योति ने उन्हें फोन कर बताया कि संजय की हालत खराब है। वह उठ नहीं रहे हैं। यह सुनकर वे तुरंत ही बरेली के लिए निकल पड़े। सुबह-सुबह जब वे संजय के घर पहुंचे तो देखा कि संजय के शरीर पर चोटों के निशान थे और उसकी मौत हो चुकी थी। पास में ही खून से सनी लकड़ी की फंटी पड़ी थी। कंधे व सिर पर चोटे के ऐसे निशान थे जैसे किसी धारदार हथियार से उस पर हमला किया गया हो। उन्होंने ज्योति से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह घर के बाहर का दरवाजा बंद करने गए थे। जब काफी देर तक नहीं लौटे तो जाकर देखा तो वे घर के दरवाजे पर मृत पड़े थे।

ज्योति की कहानी पर दिनेश चंद्र गुप्ता को यकीन नहीं हुआ और उन्होंने डायल-112 पर पुलिस को सूचना दी। जिस पर सुभाषनगर पुलिस मौके पर पहुंची। फील्ड यूनिट की टीम ने सबूत एकत्र किये। दिनेश ने ज्योति पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर संजय की हत्या का आरोप लगाया और तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।

एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने बताया कि मामले में मृतक की पत्नी व उसके प्रेमी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी संजय की हत्या की पुष्टि हुई है। संजय के सिर पर कई वार किये गए हैं। इसके साथ ही उसका गला भी दबाया गया। कंधे व शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोटों की पुष्टि हुई है। हाथ पर दांत से काटने के निशान मिले हैं। पुलिस टीम जांच में जुटी है। जल्द ही घटना का राजफाश कर दिया जाएगा।

वहीं, संजय की मासूम बेटी निशी ने बताया कि मम्मी ने फोन कर रात में एक अंकल को घर बुलाया था। वह आए तो मम्मी ने दरवाजा खोला। इसके बाद कमरे में जाते ही अंकल ने पापा के सिर पर फंटी मारी। पहले वार में वह नहीं रोए। दूसरे वार पर वह रो पड़े। अंकल मारते रहे, फिर पापा की आवाज ही बंद हो गई। यह सब उसने दूसरे कमरे से सुना। अंकल के चले जाने के काफी देर बाद मम्मी ने फिर किसी को फोन किया।

इससे साफ हो गया कि साथी को विदा करने के बाद साजिश के तहत ही ज्योति ने अपने नंदोई दिनेश चंद्र गुप्ता को फोन किया। यदि वह चाहती तो सबसे पहले बिहारीपुर मेमरान स्थित संजय के घर पर सूचना देती और सभी मिनटों में पहुंच जाते लेकिन, उसने ऐसा नहीं किया। संजय की आठ साल की दो जुड़वा बेटियां निशि व आयशा एवं एक पांच वर्षीय बेटा निखिल है।

संजय के जीजा दिनेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि लगभग 9 साल पहले संजय की शादी सीबी गंज की रहने वाली ज्योति की बड़ी बहन से तय हुई थी। लेकिन किसी कारण उससे विवाह नहीं हो सका। उस वक्त ज्योति नाबालिग थी फिर भी उसके घरवालां ने संजय से उसकी शादी कर दी। दोनों की उम्र में 17 साल का फासला है। संजय इस समय 40 साल का था तो ज्योति महज 23 साल की है।

पुलिस ने बताया कि ज्योति के गैर संप्रदाय के युवक से संबंध हैं। उसका प्रेमी अब्बास कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला है। नवंबर 2021 में वह उसके साथ भाग गई थी। मामले में मुकदमा भी दर्ज हुआ था जिसके बाद दोनों दिल्ली से पकड़े गए थे। इस पर काफी विवाद हुआ लेकिन वह फिर से संजय के साथ रहने लगी। आरोप है कि एक बार फिर से ज्योति ने अब्बास से मिलना-जुलना शुरू कर दिया था। जब संजय ने इसका विरोध किया तो उसने अब्बास के साथ मिलकर संजय को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली और उसकी हत्या कर दी।