पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : पतरामपुर क्षेत्र वन रेंज स्थित कालू सैयद मजार की निगरानी के लिए पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता डॉक्टर शैलेंद्र मोहन सिंघल के हस्तक्षेप के बाद उप जिलाधिकारी ने निगरानी समिति का गठन किया।
यहाँ बता दें कि पतरामपुर वन क्षेत्र स्थित कालू सैयद मजार की देख-रेख के लिए आपस में दो पक्षों का विवाद हो गया था, जिसके चलते श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इसकी वजह से आए दिन कालू सैयद मजार की गद्दी पाने के लिए दोनों पक्षों के झगड़ा करने के मामलों को देखते हुए कालू सैयद मजार पर अवैध रूप से कब्जा कर वहां पर अपनी हठधर्मी कर रहे लोगों को हटाने के लिए क्षेत्र के ग्रामीण आगे आए और उन्होंने धरना प्रदर्शन किया।
क्षेत्र के ग्रामीणों, राजनीतिक, एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने एसडीएम से कालू सैयद मजार की एक कमेटी का गठन कर वहां की किसी जिम्मेदार व्यक्ति को जिम्मेदारी देने की मांग की। मजार का विवाद बढ़ता देख एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने कालू सैयद मजार की निगरानी हेतु पतरामपुर पुलिस चौकी प्रभारी, तहसील जसपुर के राजस्व निरीक्षक वाहिद हुसैन, पतरामपुर प्रधान जसवीर कौर, ग्राम भोगपुर प्रधान सिमरनजीत कौर, ग्राम मनोरथपुर प्रथम उप प्रधान शहनाज, ग्राम हजीरो प्रधान बिलकिश जहां समेत 6 सदस्यो की निगरानी समिति का गठन किया। साथ ही मौहल्ला चौहान निवासी अब्दुल हमीद पुत्र मौखा को कालू सैयद मजार की जिम्मेदारी दी।
एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने आदेश दिए कि गठित निगरानी समिति कालू सैयद मजार की पूर्ण रूप से निगरानी करेगी और बीच-बीच में जाकर वहां की गतिविधियों पर अपनी पैनी निगाह एवं देखभाल भी करेगी। मामला ग्रामीण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।