बैठक में छाया रहा अर्न्तकलह का मुद्दा
बूथ को दोष देना ठीक नहीं, ऊपरले स्तर पर हो सुधार, लोकल व्यक्ति को मिले टिकट : राशिद फारुखी
अपनो ने ही हरवाया जिला पंचायत का चुनाव: रवि ढींगरा
विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : काशीपुर प्रभारी मंत्री प्रसाद नैथानी आज काशीपुर पहुंचे और नवचेतना भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर आवयश्क दिशा निर्देश दिये।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए काशीपुर विधानसभा प्रभारी मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि यदि काशीपुर का 35 साल का सूखा खत्म करना है तो हमें देखना होगा कि हम कहां खड़े हैं। आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए हमें अपने बूथों को मजबूत करना होगा। काशीपुर विधानसभा में 186 बूथ है और पार्टी के 15 आनुसांगिक संगठन हैं। हर संगठन को 50-50 यूथ तैयार करने चाहिए जो मजबूती से बूथों पर काम कर सकें। नैथानी ने कहा कि चुनाव बूथ को मजबूत करके ही जीता सकता है। पार्टियों द्वारा अपनी ताकत दिखाने के लिए रैलियां आयोजित की जाती हैं। इससे पार्टी की ताकत दिखाई देती है।
नैथानी ने कहा कि टिकट का फैसला हाईकमान को करना है और अपनी दावेदारी करना स्वस्थ लोकतंत्र का हिस्सा है लेकिन दावेदारी करने वाले व्यक्ति को देख लेना चाहिए कि उसका क्या वजूद है। उसे अपनी हैसियत देख लेनी चाहिए।
वहीं, मीटिंग के दौरान कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर गुटबाजी के आरोप लगाये। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष रवि ढींगरा ने कहा कि वे जिला पंचायत का चुनाव लड़े थे और उन्हें 4600 वोट प्राप्त हुए और वे कुछ सौ वोटों से चुनाव हार गये लेकिन उनके हारने पर पार्टी के लोगों ने मोतीचूर के लड्डू बांटे गये। उनके अपने लोगों ने ही उन्हें हरा दिया कि कहीं विधायक पद का दावेदार न हो जाये। उन्हें यह कहने का मौका मिल जाये कि जो जिला पंचायत न जीत सका वह विधायक का चुनाव क्या जीतेगा। वहीं मंत्री प्रसाद नैथानी ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन कई लोग उनके समर्थन में खड़े हो गये।
उधर, कांग्रेस नेता राशिद फारुखी ने कहा कि हार की जिम्मेदारी बूथ पर डालना ठीक नहीं है। गुटबाजी शीर्ष नेतृत्व तक में है और उसी की आंच यहां तक आती है। उन्होंने प्रभारी से कहा आप ऊपर की गुटबाजी खत्म करवाई। बूथों पर जीत अपने आप हो जायेगी। फारुखी ने कहा कि इस बार का विधानसभा का टिकट किसी बाहरी व्यक्ति को न देकर काशीपुर में रहने वाले लोकल व्यक्ति को ही दिया जाये।
इस मौके पर मनोज जोशी एडवोकेट, मुक्ता सिंह, दीपिका गुड़िया आत्रेय, मीनू गुप्ता, विनोद वात्सल्य, विमल गुड़िया, जय सिंह गौतम, रोशनी बेगम, उमा वात्सल्य, संदीप सहगल, इन्दु मान, आशीष अरोरा बोबी, प्रीत बम, विकल्प गुड़िया, अब्दुल कादिर, व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रभात साहनी, नितिन कौशिक, मुशर्रफ हुसैन, दीपक गुप्ता, अब्दुल सलीम एडवोकेट, सचिन नाडिग, अज्जू पहलवान सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
अपनी बात कहते गये, मीटिंग छोड़कर जाते रहे
वहीं, मीटिंग की दिलचस्प बात यह रही कि कार्यकर्ता अपनी-अपनी बात कहते रहे और मीटिंग छोड़कर जाते रहे। कार्यकर्ताओं ने इतना प्रोटोकॉल भी नहीं निभाया कि प्रभारी अभी मंच पर मौजूद हैं। आखिर में स्थिति यह हो गई कि जितने लोग मंच पर बैठे थे उतने ही लोग सामने कुर्सियों पर बैठे दिखाई दिये।