काशीपुर : नाबालिग लड़कियों को ऊंचे दामों पर बेचकर पैसा कमाने वाली महिला अपने मुंहबोले पति के साथ गिरफ्तार

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आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद): कुंडा थाना पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर ऊंचे दामों पर बचेने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह की सरगना को उसके साथी के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

मामले की जानकारी देते हुए एसपी काशीपुर अभय सिंह ने बताया कि कि मूलरूप से कांठ जिला मुरादाबाद क्षेत्र निवासी जोकि कुंडा क्षेत्र में रहती है, ने दिनांक 15-11-2022 को थाना कुंडा में आकर सूचना दी कि उसकी नाबालिग पुत्री कोमल चौहान (काल्पनिक नाम) उम्र 16 वर्ष दिनांक 26-10-2022 को दोपहर करीब 2.00 बजे से कहीं गुम हो गई है। तहरीर के आधार पर थाना कुण्डा में अभियोग पंजीकृत कर उक्त नाबालिग लड़की की काफी खोजबीन की गयी।

विवेचना के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि नाबालिग युवती को उक्त महिला के पड़ोस में रहने वाली एक शातिर गिरोह की महिला सोनिया कुमारी व उसके मुंह बोले पति राजू ने एक योजना के तहत अपने विश्वास में लेकर उसकी नाबालिग पुत्री को उसकी मां के गाल में बने ट्यूमर का पूरा इलाज कराने के लिये पैसे उपलब्ध कराने की बात कहकर कहा गया कि उसे उनके साथ राजस्थान चलना होगा, जहाँ उसे एक शादी में काम करके अच्छे रुपये मिलेंगे।

 

क्योंकि वह नाबालिग लड़की अपनी मां के गाल में बने हुए ट्यूमर के दर्द से काफी परेशान थी। तो वह उनके साथ जाने के लिए तैयार हो गई। लेकिन उसकी माँ ऐसा नहीं चाहती थी। लेकिन एक दिन जब उसकी माँ घर से बाहर कहीं गयी हुई थी तो उक्त दोनों ने नाबालिक लड़की को बहला फुसला कर अपने साथ गिरोह के अन्य सदस्य रेखा व उसके पति देवीचन्द के घर अलवर, राजस्थान ले गये। वहां पर उन चारों ने योजना बनाकर उक्त नाबालिग का ग्राम मेवली, थाना कोटकासिम, जिला अलवर, राजस्थान निवासी दिव्यांग अभियुक्त मोनू पुत्र मनोज से 03 लाख रुपये में शादी के लिये सौदा कर दिया गया।

उक्त गिरोह से संबंधित प्रकाश में आये वांछित अभियुक्तगण प्रदीप उर्फ राजू उर्फ अजय व सोनिया कुमारी द्वारा बताया गया कि प्राप्त 03 लाख रुपये में से एक लाख तीस हजार रुपया उक्त अभियुक्त प्रदीप व सोनिया के पास आये जबकि एक लाख सत्तर हजार रुपये रेखा व उसके पति द्वारा अपने पास रखे गये। उक्त नाबालिग को खरीदने वाले परिवार में मोनू जिससे नाबालिग की शादी करायी गयी थी वह एक दिव्यांग व बोलने में असमर्थ है। उक्त गिरोह नाबालिग युवती की शादी में गवाह भी बना है।

नाबालिग को 03 लाख रुपये में बेचने के पश्चात गिरोह के सदस्य वहां से भाग गये तथा उन्होंने अपना मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिया था। वह नाबालिग युवती करीब 20 दिन तक शादीशुदा नर्क जिंदगी बिताने पर मजबूर हुई। पुलिस ने अपने मुखबिर व सर्विलांस की मदद एवं अपने अथक प्रयास से दिनांक 24.11.2022 को ग्राम मेवली, थाना कोटकासिम, जिला अलवर से बरामद कर लिया गया था तथा अभियोग में धारा 363/3664/368/376/370 (4) आईपीसी, 9/10/11 बाल विवाह अधिनियम, 5/6/16/17 पाक्सो अधिनियम की बढ़ोत्तरी की गयी एवं इस मामले में शामिल दिव्यांग अभियुक्त के पिता मनोज कुमार पुत्र प्रहलाद निवासी ग्राम मेवली, जिला अलवर, राजस्थान को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

इसके अलावा इस गिरोह में शामिल प्रकाश में आये अभियुक्ता
(1) सोनिया कुमारी पत्नी शिशुपाल निवासी केवलगढ़ी, हाथरस, उ.प्र. व उसके साथी
(2) प्रदीप उर्फ राजू उर्फ अजय पुत्र पूरन सिंह निवासी माधोवाला गढ़ी, जिला बिजनौर को दिनांक 08.12.2022 को ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद के बस स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया। उक्त अपराध में शामिल गिरोह के अन्य सदस्यो व अन्य अभियुक्तगण की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।