चेन्नई (महानाद) : तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर करते हुए कोयम्बटूर दक्षिण सीट से भाजपा की उम्मीदवार वनाति श्रीनिवासन ने मक्कलि नीधि मय्यम पार्टी के प्रमुक और सुपर स्टार कमल हासन को हरा दिया। पहली बार चुनावी मैदान में उतरे कमल हासन को करारी शिकस्त देने वाली वनाति ने धमाका करते हुए कोयम्बटूर दक्षिण सीट पर भाजपा का कमल खिला दिया है।
बता दें कि 2011 में पहली बार इस सीट पर हुए चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को केवल 5 हजार वोट मिले थे। लेकिन 2016 में भाजपा ने यहां से वनाति श्रीनिवासन को मैदान में उतारा और वे तीसरे नंबर पर रहीं। उन्हें 33,113 वोट मिले थे। 2016 के चुनाव में इस सीट पर एआईएडीएमके के उम्मीदवार अर्जुनन ने 59,788 वोट पाकर जीत हासिल की थी। वहीं कांग्रेस के उम्मीवादर मयूर जयकुमार को 42,369 वोट मिले थे और वह दूसरे नंबर पर आये थे। इस बार भाजपा को जहां पीएम मोदी के करिश्मे से उम्मीद थी तो दूसरी तरफ एआईडीएमके के साथ गठबंधन ने भी जीत की उम्मीद को मजबूत कर दिया था।
विदित हो किम दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कहे जाने वाले कोयम्बटूर की यह सीट पहली बार भाजपा के खाते में आई है। राजनीति के मैदान में पहली बार किस्मत आजमाने उतरे सुपरस्टार कमल हासन ने इस सीट को आसान समझकर चुना था लेकिन भाजपा उम्मीदवार वनाथि श्रीनिवासन ने उन्हें धूल चटा दी। वनाति श्रीनिवासन को 52,627 वोट मिले, जबकि कमल हासन को 51087 वोट मिले हैं।
वनाति श्रीनिवासन को भले ही उत्तर भारत में कम लोग जानते हैं लेकिन दक्षिण भारत खासतौर पर तमिलनाडु में वे पार्टी का चर्चित चेहरा हैं। अगर उनके बारे में ये कहा जाये कि वह तमिलनाडु में एक कम मशहूर पार्टी का मशहूर चेहरा हैं तो गलत नहीं होगा। वनाति भाजपा की राष्ट्रीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं और कोयम्बटूर दक्षिण में लंबे समय से काम कर रही हैं।
जब सुपर स्टार कमल हासन ने इस सीट पर लड़ने का ऐलान किया था तो उनके स्टारडम के बावजूद कमल हासन की जीत कठिन मानी जा रही थी। इसकी वजह बड़ी संख्या में मिडल क्लास और अपर मिडल क्लास आबादी वाली इस विधानसभा सीट में 12 प्रतिशत सवर्ण वोटर हैं जो उत्तर भारतीय मूल के हैं। इन्हें भाजपा का सपोर्टर समझा जाता है। इस सीट पर 10 प्रतिशत से अधिक अल्पसंख्यक मतदाता हैं।