इंदौर (महानाद) : बाणगंगा क्षेत्र में हुई ड्राइवर की हत्या के मामले में रूह कंपा देने वाला खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक की पत्नी और बेटे सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। मृतक की पत्नी पर आरोप है कि उसने अपने पति की हत्या करवाने के बाद बड़े बेटे और दो कसाइयों से शव के टुकड़े करवाये और उसके धड़ को घर के पास दफना दिया जबकि हाथ और पैर जंगल में फेंक दिए। पुलिस ने मृतक का धड़ बरामद कर लिया लेकिन हाथ-पैर बरामद नहीं कर पाई है।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में हत्यारोपी पत्नी सपना उर्फ सोनू (40 वर्ष) ने बताया कि विगत 5 फरवरी को उसने दाल-बाटी बनाई और दाल में नींद की पांच गोलियां मिलाकर अपने पति कृष्णा उर्फ बबलू को खिला दी। जब वह बेहोश हो गया तो दो कसाईयों रिजवान और भय्यू ने उसे मार डाला और उसके हाथ-पैर काटकर बोरों में भर दिया। इस काम में उसके बेटे प्रशांत ने भी मदद की थी।
सपना ने 6 फरवरी को अपने पड़ोसियों को बताया कि वह कुमेड़ी कंकड़ जा रही हैं। उसने बबलू के धड़ को प्लास्टिक के ड्रम में भर दिया और बर्तन ऊपर रख दिए। फिर सेप्टिक टैंक की मरम्मत के बहाने छह फीट गहरा गड्ढा खोदा जाने के बहाने मजदूरों को बुलाया और फिर सपना ने धड़ को बोरे में डाल कर गड्ढे में डाल दिया और नमक के साथ दफन कर दिया।
वहीं अन्य दो आरोपियों ने बबलू के बेटे प्रशांत की मदद से उसकी लाश के हाथ-पैर काटकर देव गुराड़िया के जंगलों में फेंक दिये। इन कसाइयों से सपना के अवैध संबंध थे। इसी वजह से वह कुछ दिन पहले ही परिवार सहित दूसरी जगह रहने आ गई थी। पुलिस ने 25 फरवरी को मृतक बबलू का धड़ गड्ढे से बरामद किया था।
आरोपी सपना और उसके बेटे को रिमांड पर लिया गया है तथा कसाई रिजवान कुरैशी और भय्यू कुरैशी को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने बबलू के हाथ पैर देव गुराड़िया के नजदीक जंगल में फेंके हैं। पुलिस को सर्चिंग अभियान में खून से सनी प्लास्टिक की थैली तो मिली, लेकिन शरीर का कोई अंग बरामद नहीं हुआ।
बता दें कि लाश को काटने वाले कसाई रिजवान और भय्यू देवास के समीप टोंककला स्थित मुरसुदा मस्जिद में छिप गए थे। पुलिस आने की सूचना के बाद खिलचीपुर की ओर भाग गये थे। पुलिस ने उनकी तलाश में कई जगह दबिश दी। फिर पुलिस ने रिजवान के बड़े भाई को बुलाकर उसे फोन करवाया। जैसे ही रिजवान और भय्यू बताए हुए पते पर पहुंचे और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।