गोरखपुर (महानाद) : बस्ती रेंज के आइजी अनिल कुमार राय ने एक लड़की को अश्लील मैसेज भेजने तथा लड़की के विरोध जताने पर उसके परिवार के खिलाफ 8 झूठे मुकदमे लगाने वाले सोनबरसा बाजार निवासी आशिक मिजाज दरोगा दीपक सिंह को बर्खास्त कर दिया। दीपक सिंह को विगत 22 मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था जहां से उसे 18 जून को जमानत पर रिहा कर दिया गया था और उसके बाद से वह 20 जून से बहराइच में तैनात था।
बता दें कि कोरोना काल में मार्च 2020 में सोनूपार चौकी प्रभारी दीपक कुमार सिंह वाहन चेकिंग कर रहा था। तभी अपने रिश्तेदार के साथ मोटर साईकिल पर जा रही एक युवती को रोककर उससे उसका मोबाइल नंबर लिया और फिर उसे अश्लील मैसेज भेजने लगा। जब युवती ने इसका विरोध किया तो दीपक सिंह ने उसे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। और फिर उसके परिवार पर एक के बाद एक लगातार 8 झूठे मुकदमें लगा दिये।
जिसके बाद युवती ने परेशान होकर इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की जिस पर उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिये। जिस पर एडीजी अखिल कुमार तथा कमिश्नर अनिल कुमार सागर ने गांव पहुंचकर जांच की। शिकायत सही पाये जाने पर दोषी दरोगा दीपक सिंह के अलावा तत्कालीन सीओ सिटी गिरीश कुमार सिंह तथा तत्कालीन कोतवाल रामपाल यादव को सस्पेंड किया गया। युवती की तहरीर के आधार पर दरोगा दीपक सिंह सहित 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर दरोगा दीपक सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। फिर जमानत पर छूटने के बाद दरोगा को बहराइच ट्रांसफर कर दिया गया।
आइजी अनिल कुमार राय ने बताया कि छेड़खानी की पुष्टि होने के बाद दरोगा दीपक सिंह को 10 जुलाई को बर्खास्त कर दिया गया है।