गाजियाबाद (महानाद) : गाजियाबाद पुलिस ने डिप्टी लेबर कमिश्नर के साथ हुई 1 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में मंगलवार को मेरठ के कोऑपरेटिव सेल की इंस्पेक्टर नरगिस खान तथा उसके पति सुरेश कुमार को लखनऊ के अलीगंज स्थित यश अपार्टमेंट के एक फ्लैट से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान नरगिस के पति सुरेश कुमार ने फ्लैट से कूदकर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
बता दें कि मेरठ की कोऑपरेटिव सेल में तैनात शास्त्रीनगर, मेरठ निवासी महिला इंस्पेक्टर नरगिस खान व उसके पति सुरेश कुमार उर्फ शेखर सहित 6 के खिलाफ करोड़ों के गबन, धोखाधड़ी और एससी/एसटी एक्ट के तहत 6 फरवरी 2021 को मुकदमा दर्ज किया गया था। नरगिस पर आरोप हैं कि उसके पति सुरेश ने डिप्टी लेबर कमिश्नर के पेट्रोल पंप को संभालने की आड़ में कई चेक पर उनके हस्ताक्षर करा लिए। और फिर उनकी मदद से कई बैंकों से लोन लेकर तकरीबन एक करोड़ रुपये का गबन कर लिया था।
मामले में सिहानी गेट निवासी डिप्टी लेबर कमिश्नर की पत्नी उमादेवी ने एडीजी मेरठ राजीव सब्बरवाल को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए एडीजी के आदेश पर कविनगर पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
बता दें कि डिप्टी लेबर कमिश्नर की पत्नी उमादेवी आजमगढ़ में डिप्टी लेबर कमिश्नर रही हैं। उनके डिप्टी लेबर कमिश्नर पति की बरेली में तैनाती के दौरान महिला इंस्पेक्टर नरगिस के पति सुरेश कुमार से मुलाकात हुई थी। सुरेश बरेली में पेट्रोल पंप चलाता था। इस दौरान उमा देवी के नाम पर भी स्वर्णजयंतीपुरम में एक पेट्रोल पंप आवंटित हो चुका था। इस दौरान सुरेश कुमार ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह उनके पेट्रोल पंप को चलवा देगा। उस वक्त उमादेवी ने उससे कहा था कि उनका बेटा पहले ही एक पेट्रोल पंप चला रहा है। इसलिए इस पेट्रोल पंप का संचालन भी उनका बेटा ही करेगा।
लेकिन फिर अक्टूबर 2017 में उनके बेटे की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इस दौरान सुरेश ने उमा देवी को पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत अपनी पत्नी नरगिस खास से मिलवाया। इस दौरान उमा देवी गर्भवती हो गईं और उन्होंने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। जिसके चलते पेट्रोल पंप से उनका ध्यान पूरी तरह से हट गया। जिसका फायदा उठाकर सुरेश ही उनके पंप का काम संभालने लगा। और उनका विश्वास हासिल कर उन्हें करोड़ों की चपत लगा दी।